क्या हरिद्वार के पीठ बाजार में जीएसटी विभाग की छापेमारी से व्यापारियों में हड़कंप मच गया?

सारांश
Key Takeaways
- पीठ बाजार में जीएसटी विभाग की छापेमारी से व्यापारियों में हड़कंप मच गया।
- व्यापारी रोष व्यक्त कर रहे हैं कि प्रशासन की कार्रवाई उनके व्यवसाय को नुकसान पहुँचा रही है।
- छापेमारी के दौरान व्यापारियों ने अधिकारियों का विरोध किया।
- त्यौहारों के समय इस तरह की कार्रवाइयाँ व्यापार पर भारी पड़ सकती हैं।
- व्यापारी सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दे रहे हैं।
हरिद्वार, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के हरिद्वार के प्रसिद्ध व्यावसायिक केंद्र पीठ बाजार में शुक्रवार को अचानक राज्य कर (जीएसटी) विभाग की टीम ने छापेमारी की। इस छापेमारी से बाजार में अफरा-तफरी मच गई।
हाल ही में प्रशासन ने यहां पटाखों के भंडारण पर कार्रवाई की थी और अब जीएसटी विभाग की इस कार्रवाई से व्यापारियों में रोष देखने को मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार, जीएसटी विभाग की टीम दोपहर के समय पीठ बाजार में पहुंची और कई दुकानों पर दस्तावेजों की जांच करने लगी। इस दौरान व्यापारियों ने छापेमारी का विरोध करते हुए अधिकारियों को घेराबंदी कर नारेबाजी शुरू कर दी। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए टीम को बिना कार्रवाई किए ही लौटना पड़ा।
व्यापारियों का कहना है कि लगातार विभागीय छापेमारियों से त्योहारों के समय उनका कारोबार ठप हो रहा है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी बिना किसी ठोस कारण के उन पर दबाव बना रहे हैं और मनमाने तरीके से डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय व्यापार मंडल के सदस्यों ने मीडिया को बताया कि दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों से ठीक पहले इस तरह की कार्रवाइयां व्यापार को प्रभावित करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी जबरन दबाव बनाकर व्यापारियों को परेशान करने का प्रयास कर रहे हैं, जो अस्वीकार्य है।
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि विभागीय उत्पीड़न बंद नहीं हुआ तो वे सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।