क्या लाडो लक्ष्मी योजना महिला सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक कदम है? : श्रुति चौधरी

सारांश
Key Takeaways
- महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम।
- महिलाओं को २,१०० रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी।
- लगभग २२ लाख महिलाएं लाभान्वित होंगी।
- ५ हजार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
- आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का उद्देश्य।
भिवानी, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा सरकार ने दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना का उद्घाटन किया है। इस योजना का ऐलान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किया। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके आर्थिक हालात को सुधारना है। इस योजना के तहत महिलाओं को २,१०० रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी।
लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ जिला और उप-मंडल स्तर पर भव्य कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस अवसर पर हरियाणा की सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने मीडिया से बातचीत में इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना से लगभग २२ लाख महिलाएं लाभान्वित होंगी।
मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा, "यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री द्वारा स्थापित इस ढांचे का उद्देश्य महिलाओं को आगे बढ़ाना और उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। इसके लिए सीएम नायब सिंह सैनी का आभार। नवरात्रि के पावन अवसर पर लाडो लक्ष्मी योजना का शुभारंभ हुआ। पहले चरण में २२ लाख महिलाओं को लाभ मिलेगा। भविष्य में इस योजना का विस्तार किया जाएगा। सरकार गरीब और वंचितों के साथ है ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। इस योजना के लिए प्रदेश सरकार ने ५ हजार करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है।
मंत्री श्रुति चौधरी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'चौधरी बंसीलाल राजकीय महाविद्यालय, तोशाम में दीनदयाल लाडो लक्ष्मी योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई।
उन्हेंने आगे लिखा कि महिलाओं के सम्मान, स्वाभिमान और सशक्तिकरण को समर्पित इस योजना के तहत सक्षम महिलाओं को २,१०० रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और समाज में उनकी भूमिका को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।