क्या हजारीबाग में पुलिस ने बड़ी वारदात की तैयारी कर रहे चार अपराधियों को पकड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस की सक्रियता से बड़ी आपराधिक योजना को विफल किया गया।
- गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई खतरनाक हथियार बरामद हुए।
- मुख्य आरोपी पर पहले से गंभीर मामलों की लंबी सूची है।
- पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ने इलाके में अपराधी नेटवर्क को कमजोर किया है।
हजारीबाग, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने संभावित एक बड़ी आपराधिक घटना को विफल करते हुए चार अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अर्जुन करमाली उर्फ जयकांत उर्फ भैरव सिंह, समीर कुमार, राहुल कुमार और निखिल विश्वकर्मा के रूप में हुई है।
पुलिस का कहना है कि ये आरोपी एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे। मुख्य आरोपी अर्जुन करमाली पर पहले से ही हत्या, रंगदारी, लूट, धमकी और संगठित अपराध से जुड़े कुल 15 मामले दर्ज हैं। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह आलोक गिरोह से जुड़ा है और हाल ही में हुई रूपलाल करमाली की हत्या में उसकी प्रत्यक्ष भूमिका रही। पुलिस ने इनके कब्जे से एक कारबाइन मशीनगन, तीन पिस्टल, नौ जिंदा कारतूस, आठ मोबाइल फोन, दो मोबाइल बैटरी, दो सिमयुक्त राउटर और एक स्मार्टवॉच बरामद की है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एनटीपीसी की कोयला खनन परियोजना से जुड़े ठेकेदारों से लेवी की वसूली न होने पर आरोपी किसी बड़े आपराधिक घटनाक्रम को अंजाम देने की कोशिश में थे। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अपराधी बुंडू जंगल की ओर जुट रहे हैं। सूचना के आधार पर बड़कागांव के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई और इलाके में पैदल जांच अभियान चलाया गया।
इसी दौरान पुलिस ने चारों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों, सहयोगियों और आर्थिक नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने इस कार्रवाई को इलाके में सक्रिय आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया है।
इस अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, केरेडारी थाना प्रभारी, स्थानीय ओपी प्रभारी, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बल की विशेष टीम शामिल रही। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और आगे की प्रक्रिया जारी है।