क्या हजारीबाग में पेट्रोल पंप लूटने जा रहे अपराधी गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- हजारीबाग में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया।
- पुलिस ने हथियार और नगद रकम बरामद की।
- गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास है।
- पुलिस का मानना है कि पूछताछ से अन्य अपराधों का खुलासा हो सकता है।
- पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई की।
हजारीबाग, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड राज्य के हजारीबाग जिले की पुलिस ने पेट्रोल पंपों में लूटपाट करने वाले एक आपराधिक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन्हें उस समय पकड़ा गया जब वे एक और लूट की योजना बना रहे थे। पुलिस ने इनके पास से हथियार, कारतूस, मोबाइल फोन और नगद रकम बरामद की है।
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक को एक गुप्त सूचना मिली थी कि यह गिरोह पेट्रोल पंप लूटने की योजना बना रहा है। इसके आधार पर, उन्होंने सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई। इस टीम ने मिशन रोड पर वाहन जांच शुरू की। इसी दौरान, बिना नंबर की एक एक्टिवा स्कूटी वहां आई। पुलिस को देखकर, चालक ने स्कूटी घुमाकर भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने दोनों युवकों को पकड़ लिया।
जब उनकी तलाशी ली गई, तो उनके पास से 7.65 का एक पिस्तौल, पांच कारतूस और मोबाइल फोन बरामद हुए। गिरफ्तार किए गए आरोपी पंकज कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह 15 अगस्त को खिरगांव पेट्रोल पंप पर लूट में शामिल था। उसकी जानकारी पर पेट्रोल पंप के कर्मी राहुल कुमार को भी गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से लूट की रकम में से 50,000 रुपये बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस का मानना है कि पूछताछ के आधार पर कई अन्य आपराधिक घटनाओं का भी खुलासा हो सकता है, क्योंकि तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास है। रितेश कुमार का नाम केरेडारी थाना कांड संख्या-96/24 (आर्म्स एक्ट) में है। पंकज कुमार के खिलाफ सदर थाना कांड संख्या-117/24 (लूट और आर्म्स एक्ट) तथा बड़ाबाजार थाना कांड संख्या-244/25 (बीएनएस और आर्म्स एक्ट) दर्ज हैं। छापामारी दल में पुलिस पदाधिकारी अमीत आनंद, पंकज कुमार, सुधीर कुमार सहित सशस्त्र बल और तकनीकी शाखा के कर्मी शामिल थे।