क्या हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दिवाली पर शुभकामनाएं दीं?

सारांश
Key Takeaways
- दीपावली का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
- राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति और एकता की अपील की।
- बाल आश्रम के बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम की घोषणा की गई।
शिमला, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को दिवाली के उपलक्ष्य में जनता को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
राज्यपाल ने सभी के उत्तम स्वास्थ्य, समृद्धि और कल्याण की कामना की। उन्होंने कहा कि दीपावली का यह पर्व, बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस दिन जलाए जाने वाले दीपक, हमारे घरों को ही नहीं, बल्कि जीवन के शाश्वत सत्य और नैतिक मूल्यों को पुनः जागृत करने के लिए भी होते हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने अपने दीपावली संदेश में कहा कि यह त्यौहार न केवल हमारे घरों को रोशन करता है, बल्कि हमारे दिलों और समाज को भी धार्मिकता और सामूहिक सद्भावना से आलोकित करता है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि शांति, एकता और आपसी सम्मान के साथ त्योहार मनाएं तथा एक प्रगतिशील और समृद्ध हिमाचल प्रदेश के निर्माण में योगदान दें।
उन्होंने इस अवसर पर सभी के लिए खुशी, समृद्धि और सद्भाव की कामना की।
उपमुख्यमंत्री अग्निहोत्री ने अपने संदेश में कहा कि दीवाली प्रेम, करुणा और भाईचारे का संदेश देती है।
उन्होंने लोगों से इस त्यौहार को एकजुटता की भावना से मनाने का आग्रह किया ताकि हर घर और हर जीवन में खुशी और आशा का प्रकाश फैले।
एक दिन पहले, मुख्यमंत्री सुक्खू ने यहां टूटीकंडी बाल आश्रम का दौरा किया और आश्रम के बच्चों के साथ दीपोत्सव मनाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनाथ बच्चों को राज्य के बच्चों के रूप में गोद लिया है और न केवल उनकी शिक्षा का खर्च उठा रही है, बल्कि उन्हें हर महीने 4,000 रुपये पॉकेट मनी के रूप में भी देती है।
सुक्खू ने घोषणा की कि बाल आश्रम के बच्चों के लिए हर वर्ष 14 नवम्बर को खेल दिवस का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए सरकार पर्याप्त बजट प्रावधान करेगी।