क्या हुंडई मोटर इंडिया देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए 45,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी?

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क्या हुंडई मोटर इंडिया देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए 45,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी?

सारांश

हुंडई मोटर इंडिया ने भारत में अपने दीर्घकालिक रोडमैप के तहत वित्त वर्ष 30 तक 45,000 करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान किया है। यह निवेश नए उत्पादों, अनुसंधान और विकास के साथ-साथ क्षमता विस्तार के लिए किया जाएगा। जानिए इस निवेश का भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग पर क्या असर होगा।

Key Takeaways

  • हुंडई मोटर भारत में 45,000 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है।
  • यह निवेश नए उत्पादों और आर एंड डी को सपोर्ट करेगा।
  • कंपनी का लक्ष्य 30 प्रतिशत तक निर्यात बढ़ाना है।
  • 2027 तक पहली स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च होगी।
  • कंपनी ने तरुण गर्ग को नया सीईओ नियुक्त किया है।

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर ने बुधवार को यह घोषणा की है कि वह भारत में अपने दीर्घकालिक रोडमैप के तहत वित्त वर्ष 30 तक 45,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।

कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि उसका उद्देश्य भारत को वैश्विक स्तर पर अपना दूसरा सबसे बड़ा बाजार बनाना है।

अपनी पहली भारत यात्रा के दौरान, हुंडई मोटर कंपनी के अध्यक्ष और सीईओ जोस मुनोज ने कहा कि यह निवेश नए उत्पाद लॉन्च, क्षमता विस्तार और अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) को सपोर्ट करेगा।

मुनोज ने एचएमआईएल के पहले निवेशक दिवस को संबोधित करते हुए कहा, "पिछले साल हमारे ऐतिहासिक आईपीओ और भारत में 30 वर्षों की सफलता के बाद, अब एचएमआईएल ने अगले चरण के विकास के लिए वित्त वर्ष 2030 तक 45,000 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है।"

उन्होंने बताया कि लगभग 60 प्रतिशत निवेश उत्पाद विकास और आर एंड डी में लगाया जाएगा, जबकि 40 प्रतिशत क्षमता विस्तार और अपग्रेडेशन पर खर्च किया जाएगा।

कंपनी ने कुल उत्पादन के 30 प्रतिशत तक निर्यात बढ़ाने का लक्ष्य भी रखा है।

अपने 2030 के रोडमैप के तहत, एचएमआईएल की योजना वित्त वर्ष 30 तक 26 नए मॉडल लॉन्च करने की है, जिनमें सात नए नाम शामिल हैं।

कंपनी एमपीवी और ऑफ-रोड एसयूवी सेगमेंट में प्रवेश करेगी और 2027 तक अपनी पहली स्थानीय रूप से डिजाइन, विकसित और मैन्युफैक्चर्ड इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च करेगी।

हुंडई ने बताया कि वह 2027 तक अपने लग्जरी ब्रांड जेनेसिस को भी भारत में लाएगी।

ऑटो निर्माता का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक अपने राजस्व को 1.5 गुना बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रुपए के पार ले जाना है।

कंपनी घरेलू बाजार में 15 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल करने का भी लक्ष्य बना रही है, जिसमें यूटिलिटी वाहनों और सीएनजी, ईवी और हाइब्रिड जैसे पर्यावरण-अनुकूल मॉडलों पर विशेष जोर दिया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, एचएमआईएल ने तरुण गर्ग को अपना नया प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एमडी और सीईओ) नियुक्त करने की घोषणा की है, और वह 1 जनवरी, 2026 से कंपनी का कार्यभार संभालेंगे।

वर्तमान में गर्ग कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ1996 में कंपनी के देश में परिचालन शुरू होने के बाद से हुंडई मोटर इंडिया का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय होंगे।

Point of View

हम यह देख सकते हैं कि हुंडई का यह निवेश भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है। यह न केवल घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा।
NationPress
15/10/2025

Frequently Asked Questions

हुंडई मोटर भारत में कितना निवेश कर रही है?
हुंडई मोटर भारत में वित्त वर्ष 30 तक 45,000 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है।
इस निवेश का उद्देश्य क्या है?
इस निवेश का उद्देश्य नए उत्पादों का विकास, क्षमता विस्तार और अनुसंधान एवं विकास को सपोर्ट करना है।
हुंडई का भविष्य में कौन से नए मॉडल लॉन्च करने की योजना है?
हुंडई 2030 तक 26 नए मॉडल लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिनमें सात नए नाम शामिल हैं।
हुंडई का राजस्व लक्ष्य क्या है?
हुंडई का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक अपने राजस्व को 1.5 गुना बढ़ाकर 1 लाख करोड़ रुपए के पार ले जाना है।
कौन तरुण गर्ग को नया एमडी और सीईओ बनाया गया है?
तरुण गर्ग को 1 जनवरी, 2026 से एचएमआईएल का नया प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।