क्या आईआईटी दिल्ली का रोबोटिक्स चैलेंज फूड सिक्योरिटी के लिए एक नई दिशा है?

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क्या आईआईटी दिल्ली का रोबोटिक्स चैलेंज फूड सिक्योरिटी के लिए एक नई दिशा है?

सारांश

आईआईटी दिल्ली का नया चैलेंज खाद्य सुरक्षा को लेकर एक अत्याधुनिक पहल है। इसमें युवा प्रतिभागियों को रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से वैश्विक समस्याओं का समाधान करने का अवसर मिलेगा। क्या आप इस चुनौती का हिस्सा बनना चाहेंगे?

Key Takeaways

  • आईआईटी दिल्ली का चैलेंज खाद्य सुरक्षा पर केंद्रित है।
  • प्रतिभागी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के माध्यम से समाधान ढूंढ सकते हैं।
  • विजेता को जेनेवा में प्रतिनिधित्व का मौका मिलेगा।
  • रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 31 जुलाई तक जारी है।
  • प्रतिभागियों के लिए आयु वर्ग निर्धारित किया गया है।

नई दिल्ली, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आईआईटी दिल्ली खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तत्पर है। इस पहल के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग खाद्य सुरक्षा के विभिन्न समाधानों के लिए किया जाएगा।

आईआईटी दिल्ली के अनुसार, यह एक चैलेंज है जिसमें तकनीक में रुचि रखने वाले युवा रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस चैलेंज की थीम खाद्य सुरक्षा है, जिसमें स्वच्छता, पोषण और खाद्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों का समाधान रोबोटिक तकनीकों द्वारा किया जाएगा। विजेता प्रतिभागियों को 2026 में जेनेवा में होने वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर गुड ग्लोबल समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा।

यह रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज 2025 का हिस्सा है, जिसे आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यह एक वैश्विक पहल है, जिसका नेतृत्व संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सामाजिक बदलाव लाना है।

पिछले वर्ष की थीम आपदा प्रबंधन थी, जबकि इस वर्ष की थीम खाद्य सुरक्षा है। आई-हब फाउंडेशन इस चुनौती का संचालन और प्रतिभागियों का मार्गदर्शन कर रहा है।

2025 की भारत फाइनल प्रतियोगिता अक्टूबर में यशोभूमि, इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित होगी। यह कार्यक्रम उद्योग विशेषज्ञों की एक प्रमुख सभा होगी। चैलेंज दो आयु वर्गों के लिए खुला है। जूनियर वर्ग के लिए 2012 से 2016 के बीच जन्मे प्रतिभागी और सीनियर वर्ग के लिए 2008 से 2011 के बीच जन्मे प्रतिभागी इसमें भाग ले सकते हैं।

प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से या 2 से 8 सदस्यों की टीम में भाग ले सकते हैं। प्रत्येक टीम के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र का एक मेंटोर अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन अब शुरू हो चुके हैं और 31 जुलाई तक खुला रहेगा।

Point of View

बल्कि सामाजिक बदलाव के लिए भी एक मजबूत मंच प्रदान करता है। यह कदम देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

आईआईटी दिल्ली के रोबोटिक्स चैलेंज में कैसे भाग लें?
आप व्यक्तिगत रूप से या 2 से 8 सदस्यों की टीम में भाग ले सकते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 31 जुलाई तक खुली है।
यह चैलेंज किस विषय पर है?
इस चैलेंज की थीम खाद्य सुरक्षा है, जिसमें स्वच्छता और पोषण जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
विजेता को क्या पुरस्कार मिलेगा?
विजेता प्रतिभागियों को 2026 में जेनेवा में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर गुड ग्लोबल समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा।
प्रतिभागियों के लिए आयु सीमा क्या है?
जूनियर वर्ग के लिए 2012 से 2016 के बीच जन्मे और सीनियर वर्ग के लिए 2008 से 2011 के बीच जन्मे प्रतिभागी भाग ले सकते हैं।
मेंटोर की आवश्यकता क्यों है?
हर टीम के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र का एक मेंटोर अनिवार्य है ताकि प्रतिभागियों को मार्गदर्शन मिल सके।