क्या इंडी गठबंधन ने लोकतंत्र को हुल्लड़, हंगामा और हुड़दंग तंत्र में बदल दिया? : शिवराज सिंह चौहान

सारांश
Key Takeaways
- इंडी गठबंधन का हंगामा लोकतंत्र को प्रभावित कर रहा है।
- शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- संसद में चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
नई दिल्ली, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी एसआईआर समेत कई मुद्दों को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी रहा। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष के हंगामे पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष सदन में चर्चा से भाग रहा है। उन्होंने इंडी गठबंधन पर आरोप लगाया कि इसने लोकतंत्र को हुल्लड़, हंगामा और हुड़दंग तंत्र में बदल दिया है।
शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा, "इंडी गठबंधन ने लोकतंत्र को हुल्लड़, हंगामा और हुड़दंग तंत्र में बदल दिया है। 'इंडी ब्लॉक' अब 'हुल्लड़ ब्लॉक' बन चुका है। लोकतंत्र को 'शोरतंत्र' में परिवर्तित किया जा रहा है। संसद के बाहर वे चर्चा की बात करते हैं, लेकिन सदन में बहस से भाग रहे हैं। यह पाखंड है। मैंने कल हाथ जोड़कर विपक्ष से प्रार्थना की थी कि चर्चा होने दें। किसानों और गरीबों से जुड़े 11 प्रश्न थे, लेकिन विपक्ष भाग गया। पूरा देश और किसान भाई-बहन इस दोहरे चरित्र को देख रहे हैं। मैं किसानों और जनता से इंडी ब्लॉक के इस दोहरे मापदंड को देखने की अपील करता हूं।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, "विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहा है।" वहीं, शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा, "विपक्ष को जनता से जुड़े मुद्दे संसद में उठाने चाहिए, सड़कों पर नहीं।" भाजपा सांसद लहर सिंह सिरोया ने बताया कि इस शोरगुल में हमें समझ नहीं आ रहा कि संसद क्यों नहीं चल रही है। संसद का चलना विपक्ष के लिए अच्छा होता है।
इससे पहले, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि आप संसद में भी सड़क जैसा व्यवहार कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने तख्तियां दिखाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी।