क्या इंडिया मेडटेक एक्स्पो 2025 में यमुना प्राधिकरण के स्टाल ने निवेशकों को आकर्षित किया?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया मेडटेक एक्स्पो 2025 का सफल आयोजन।
- यमुना प्राधिकरण का स्टाल निवेशकों का ध्यान आकर्षित करता है।
- घरेलू विनिर्माण और अनुसंधान को बढ़ावा देने पर जोर।
- महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की जानकारी साझा की गई।
- भारत के मेडिकल डिवाइसेज सेक्टर के लिए नई दिशा।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत मंडपम, प्रगति मैदान में आज से इंडिया मेडटेक एक्स्पो 2025 की शुरुआत हुई। इस भव्य आयोजन का उद्घाटन केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया, जबकि हॉल नंबर 14 में मेडिकल डिवाइसेज पार्क एग्जीबिशन का शुभारंभ रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल विभाग के सचिव अमित अग्रवाल ने किया।
इस अवसर पर आयोजित सीईओ राउंडटेबल मीटिंग की अध्यक्षता भी अमित अग्रवाल ने की, जिसमें फार्मा विभाग के संयुक्त सचिव रविन्द्र प्रताप सिंह, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर मेडिकल डिवाइसेज के अध्यक्ष आर. एस. कंवर, उपाध्यक्ष एवं यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह, एमडीपी के कार्यकारी निदेशक प्रवीण मित्तल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया राजीव सिंह राघवंशी, सेंटर फॉर डिजिटल इकॉनमी पॉलिसी रिसर्च के अध्यक्ष जलजीत भट्टाचार्य, पॉली मेडिक्योर के चेयरमैन हिमांशु वैद, टीआई मेडिकल के सीईओ प्रशांत कृष्णन सहित कई राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी कंपनियों के शीर्ष प्रतिनिधि मौजूद रहे।
बैठक में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने, गुणवत्ता सुधारने, व्यापार एवं बाजार तक पहुंच मजबूत करने, सप्लाई चेन को सुदृढ़ बनाने तथा मेडिकल डिवाइसेज क्षेत्र में अनुसंधान और इनौवेशन को प्रोत्साहित करने पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने भारत की मेडिकल डिवाइसेज इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए अपने सुझाव साझा किए।
इस दौरान यमुना प्राधिकरण के सीईओ राकेश कुमार सिंह ने हॉल नंबर 14 में बनाए गए प्राधिकरण के स्टाल का उद्घाटन किया। यहां मेडिकल डिवाइसेज पार्क, सेक्टर-28 की प्रगति को प्रदर्शित किया गया। साथ ही, सेमीकंडक्टर पार्क, औद्योगिक विकास, इंटरनेशनल फिल्म सिटी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की जानकारी भी दी गई। देश-विदेश से आए निवेशकों ने स्टाल का दौरा कर परियोजनाओं की सराहना की और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की।
इस मौके पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ अशोक कुमार सिंह, श्रीमती स्मिता सिंह, नंदकिशोर सुंदरियाल, सलीम, श्रीमती वंदना राघव, राहुल, अक्षय मेहरोत्रा, रतनदीप और अभिमन्यु सहित प्राधिकरण के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। यह आयोजन न केवल भारत के मेडिकल डिवाइसेज सेक्टर को नई दिशा देने वाला है, बल्कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को एक बड़े औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी अहम कदम साबित हो रहा है।