क्या इंडिगो के ऑपरेशंस में स्थिरता आ रही है? एयरलाइन की जवाबदेही तय की जाएगी : राम मोहन नायडू
सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो के ऑपरेशंस में स्थिरता आ रही है।
- यात्रियों के अधिकारों की रक्षा की जा रही है।
- डीजीसीए ने इंडिगो पर कार्रवाई की है।
- 750 करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया गया है।
- उड़ानों की संख्या 5% कम करने का आदेश दिया गया है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने लोकसभा में मंगलवार को बताया कि बजट एयरलाइन इंडिगो के ऑपरेशंस में स्थिरता आती दिख रही है और देश की अन्य सभी एयरलाइंस का परिचालन भी सामान्य बना हुआ है।
इंडिगो द्वारा हाल ही में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि किसी भी एयरलाइन को यात्रियों के साथ ऐसा बर्ताव करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "देशभर के हवाई अड्डों पर सामान्य स्थिति है, कोई भीड़भाड़ या परेशानी नहीं है।"
उन्होंने आगे बताया कि डीजीसीए ने इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और एक विस्तृत जांच शुरू की है। रिपोर्ट के आधार पर, सख्त और उचित कार्रवाई की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने सदन में कहा, "इंडिगो को जवाबदेह ठहराया जा रहा है। किसी भी एयरलाइन को, चाहे वह कितनी भी बड़ी क्यों न हो, योजना की विफलताओं या नियमों का पालन न करने के कारण यात्रियों को ऐसी परेशानी देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।"
नायडू ने यह भी स्पष्ट किया कि संशोधित पायलट और क्रू रोस्टरिंग नियमों पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया, "5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द की गई उड़ानों के लिए रिफंड, सामान की खोज और यात्री सहायता उपाय नागर विमानन मंत्रालय की निगरानी में हो रहे हैं।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संकट से निपटने के उपायों के तहत, "इंडिगो को तुरंत रिफंड जारी करने का आदेश दिया गया था और 750 करोड़ रुपए से अधिक की राशि यात्रियों तक पहुंच चुकी है।"
उन्होंने बताया कि यात्रियों को शोषण से बचाने के लिए एयरलाइन ने विमानों के किरायों की सीमा तय की है।
इसके अलावा नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इंडिगो को अपने डेली ऑपरेशन को 5 प्रतिशत से घटाने का आदेश दिया है। साथ ही, रिवाइजड शेड्यूल को 10 दिसंबर 5 बजे तक शेयर करने को कहा गया है।