क्या इंडिगो लोगों की मदद नहीं कर रहा, बल्कि अपराधियों का साथ दे रहा है: आनंद दुबे?
सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो पर आरोप है कि वह यात्रियों की मदद नहीं कर रहा है।
- डीजीसीए ने इंडिगो पर निगरानी नहीं रखी है।
- आनंद दुबे ने सरकार के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं।
- वंदे मातरम को लेकर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप।
- इंडिगो की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए हैं।
मुंबई, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंडिगो की समस्याओं और यात्रियों को हो रही कठिनाइयों के संदर्भ में शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी डीजीसीए की है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारी इस स्थिति के लिए उत्तरदायी हैं।
आनंद दुबे ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में बताया कि डीजीसीए ने इंडिगो पर कोई निगरानी नहीं रखी, जिससे इंडिगो को खुली छूट मिली है, और यही कारण है कि आज यात्री परेशान हैं। एक ईमानदार व्यक्ति फंस जाता है जबकि एक बेईमान व्यक्ति इसी इंडिगो की फ्लाइट से देश छोड़कर भाग जाता है।
उन्होंने इंडिगो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इंडिगो न तो लोगों की मदद कर रहा है, बल्कि अपराधियों का साथ दे रहा है, और डीजीसीए भी उनका समर्थन कर रहा है। यह क्या हो रहा है? नागरिक उड्डयन मंत्री केवल बयानबाजी कर रहे हैं। आज भी मुंबई में कई उड़ानें रद्द हुई हैं, और अभी तक कोई आश्वासन देने वाला बयान सामने नहीं आया है।
उन्होंने सरकार और इंडिगो में मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि निश्चित तौर पर कोई ऐसा है जो सरकार की तरफ से इंडिगो की मदद कर रहा है। जानबूझकर जनता का शोषण किया जा रहा है। इंडिगो ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। सरकार को तुरंत इंडिगो के खिलाफ जांच करानी चाहिए कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया।
वंदे मातरम को लेकर चल रही चर्चा पर आनंद दुबे ने कहा कि वंदे मातरम हमारी आत्मा की आवाज है। 1896 में जब कांग्रेस पार्टी का कोलकाता में अधिवेशन हुआ था, तब रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे पहली बार गाया था। तब सभी को पता चला कि भारत कितना महान है, भारत की धरती मां कितनी महान है, और यह हमें क्या नहीं देती।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस पर जानबूझकर राजनीति कर रही है। जिस समय देश गुलाम था और वंदे मातरम कहकर अंग्रेजों को भगाया गया था, उस समय इनके नेताओं का कोई योगदान नहीं था। भाजपा के लोग खुद वंदे मातरम नहीं गा पाते हैं और अब ये हमें पाठ पढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश से प्रेम करने वाला वंदे मातरम गाता है। ममता दीदी और इंडिया गठबंधन के नेता बड़े ही सम्मान के साथ वंदे मातरम गाते हैं, और गाना भी चाहिए।