क्या विषम परिस्थितियों में कदम उठाने की प्रेरणा इंदिरा गांधी से लेनी चाहिए?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- इंदिरा गांधी का जीवन हमें विषम परिस्थितियों में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
- उनका संदेश है कि भारत का हित हमेशा सर्वोपरि होना चाहिए।
- आतंकवाद के खिलाफ उनकी दृढ़ता आज भी प्रेरणादायक है।
- उन्होंने अमेरिकी दबाव के खिलाफ खड़े होकर भारत की सच्चाई को उजागर किया।
प्रयागराज, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इंदिरा गांधी भारतीय नागरिकों के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि विषम परिस्थितियों में हमें किस तरह कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा, "जब तक सूरज और चाँद रहेंगे, तब तक इंदिरा गांधी का नाम अमर रहेगा।" समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए प्रमोद तिवारी ने एक महत्वपूर्ण घटना साझा की। उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी ने अपनी मृत्यु से पूर्व ओडिशा में एक सभा में अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इंदिरा गांधी ने अपने ओडिशा संबोधन में यह स्पष्ट किया था कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपने प्राणों की भी परवाह नहीं करती हैं। उन्होंने कहा था, "जब तक मैं जीवित हूँ, तब तक मेरे रक्त का हर कतरा अखंड हिंदुस्तान की हिफाजत करेगा।"
आज के संदर्भ में, इंदिरा गांधी की प्रासंगिकता एक बार फिर से उजागर हो गई है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह कहा कि जब भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की ओर बढ़ रही थी, तभी उन्होंने सीजफायर का ऐलान किया। ऐसी परिस्थितियों में इंदिरा गांधी की याद आना स्वाभाविक है।
उन्होंने 1971 में बांग्लादेश के निर्माण के समय अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा बनाए गए दबाव का भी उल्लेख किया। इंदिरा गांधी ने किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को नकारते हुए कहा था कि भारत के मामलों में किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            