क्या इंदौर में अपराधियों की जमानत निरस्त कराने पर पुलिस का जोर है?

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क्या इंदौर में अपराधियों की जमानत निरस्त कराने पर पुलिस का जोर है?

सारांश

इंदौर में पुलिस ने आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए 13 आरोपियों की जमानत निरस्त की। क्या यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ ठोस कदम है?

Key Takeaways

  • इंदौर पुलिस ने 13 आरोपियों की जमानत निरस्त की।
  • पुलिस का मुख्य लक्ष्य आपराधिक गतिविधियों को रोकना है।
  • जमानत निरस्तीकरण की प्रक्रिया न्यायालय में की गई।
  • अन्य थाना क्षेत्रों में भी ऐसी कार्रवाई की जाएगी।
  • पुलिस ने अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।

इंदौर, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में आपराधिक गतिविधियों को समाप्त करने के लिए पुलिस की प्राथमिकता यह है कि जिन आरोपियों को जेल में रखा गया है, उन्हें जमानत न मिले। इस दिशा में लसूड़िया थाना क्षेत्र में 13 आरोपियों की जमानत निरस्त कराई गई, जिनमें से छह को पुनः जेल भेज दिया गया है।

इंदौर पुलिस लगातार एक ओर जहां रात के समय शराब पीकर वाहन चलाने वालों और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त व्यक्तियों पर नियंत्रण रखने में लगी है, वहीं दूसरी ओर उसने अपराधियों को जेल की सींखचों में रखने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

इसी क्रम में इंदौर के बाणगंगा पुलिस ने एक साथ 13 अपराधियों की जमानत निरस्त करवा कर उनमें से छह को वापस जेल भेज दिया है। ये वह आरोपी हैं जो लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। इसी कारण से पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

इसके अलावा, अन्य पांच को भी जेल भेजने की तैयारी चल रही है। एडीशनल डीसीपी राजेश दंडौतिया ने बताया कि जो अपराधी जेल जाते हैं और फिर से बाहर आकर अपराध करते हैं, उनकी जमानतें निरस्त की जा रही हैं। डीसीपी अजय चौधरी के द्वारा कुल 24 मामलों की पहचान की गई थी। इनकी जमानत निरस्त कराने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया गया। इनमें से 13 मामलों का निपटारा हो चुका है और उनकी जमानत निरस्त हो गई है। इनमें से छह आरोपियों को जेल भी भेजा गया है।

उन्होंने आगे बताया कि जमानत निरस्तीकरण के 11 मामलों की सुनवाई न्यायालय में निर्धारित की गई है। इन मामलों में भी जमानत निरस्त कराने के प्रयास किए जाएंगे। ये ऐसे अपराधी हैं जो बार-बार जेल से छूटकर आकर अपराध करते हैं। बताया गया है कि जिस प्रकार बाणगंगा पुलिस ने एक साथ 13 अपराधियों की जमानत निरस्त की है, उसी प्रकार की कार्रवाई अन्य थाना क्षेत्रों में भी की जा सकती है। इंदौर पुलिस कमिश्नर ने सभी थाना प्रमुखों को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र के अपराधियों की सूची बनाएं और उनकी गतिविधियों पर नजर रखें।

Point of View

यह महत्वपूर्ण है कि हम यह समझें कि पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराध को रोकने के लिए आवश्यक है, बल्कि यह समाज की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। ऐसे ठोस कदम अपराधियों को चेतावनी देते हैं कि कानून की पकड़ मजबूत है।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

इंदौर में कितने अपराधियों की जमानत निरस्त की गई?
इंदौर में 13 अपराधियों की जमानत निरस्त की गई है।
पुलिस ने जमानत निरस्त करने के लिए क्या कदम उठाए?
पुलिस ने न्यायालय में आवेदन देकर जमानत निरस्त कराने की प्रक्रिया अपनाई।
क्या अन्य थाना क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी?
हां, अन्य थाना क्षेत्रों में भी ऐसी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है।
पुलिस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
पुलिस का मुख्य उद्देश्य आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण पाना है।
क्या जमानत निरस्तीकरण का यह कदम प्रभावी है?
यह कदम अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संकेत है कि कानून सख्त है।