क्या खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण महंगाई अगस्त में 2 प्रतिशत रहने का अनुमान है?

सारांश
Key Takeaways
- महंगाई दर अगस्त में 2% रहने का अनुमान है।
- खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण है।
- प्याज और आलू की कीमतों में अधिक गिरावट देखी गई है।
- सरकार के जीएसटी में कमी के कदम से राहत मिली है।
- दालों में भी अपस्फीति देखी गई है।
नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर या खुदरा महंगाई दर अगस्त में 2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह जानकारी बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट में प्रस्तुत की गई है।
सरकारी बैंक ने बताया कि महंगाई के निचले स्तरों पर बने रहने का कारण आवश्यक वस्तु सूचकांक (ईसीआई) में कमजोरी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा के अनुसार, ईसीआई पिछले चार महीनों से अपस्फीति के क्षेत्र में है। अगस्त में इसकी सालाना गिरावट -1 प्रतिशत और सितंबर के पहले 9 दिनों में -0.9 प्रतिशत रही।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेखित है कि सब्जियों और दालों की बेहतर पैदावार के चलते खाद्य वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहेंगी। सितंबर में टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खाद्य और ऊर्जा की कीमतें नियंत्रण में बनी हुई हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि सरकारी कदम, जिसमें अधिकांश एफएमसीजी और टिकाऊ वस्तुओं पर जीएसटी दरों में कमी शामिल है, महंगाई कम करने में सहायक सिद्ध होगा। हमारा अनुमान है कि इसका सीपीआई पर समग्र प्रभाव 55-75 आधार अंक होगा।
सूचकांक में शामिल 20 वस्तुओं में से 10 में अपस्फीति देखी गई है, जिसमें प्याज और आलू में सबसे तेज गिरावट आई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्याज की खुदरा कीमतों में सालाना आधार पर -37.5 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो जनवरी 2021 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। आलू की कीमतें भी 44 महीनों के निचले स्तर पर हैं।
दालों में, कई उप-घटकों में अपस्फीति देखी जा रही है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि तुअर/अरहर में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है, जिसमें अगस्त में -29 प्रतिशत की गिरावट आई। अन्य दालों में उड़द (-8.9 प्रतिशत), मूंग (-5.2 प्रतिशत) और मसूर (-1.4 प्रतिशत) शामिल हैं।
मुद्रास्फीति में गिरावट बेहतर उत्पादन से समर्थित है। वास्तव में, चालू खरीफ सीजन में दालों के बुवाई क्षेत्र में सुधार हुआ है। अनाजों में, चावल की खुदरा कीमत धीमी गति से कम हुई है।