क्या आईओएए 2025 में छात्रों ने भारत का मान बढ़ाया?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने आईओएए 2025 में चार गोल्ड और एक सिल्वर जीता।
- इस ओलंपियाड में 64 देशों ने भाग लिया।
- गोल्ड मेडलिस्ट पाणिनि ने तीन साल की मेहनत को सराहा।
- आरुष मिश्रा ने अपनी जीत पर गर्व महसूस किया।
- भारत ने दूसरी बार आईओएए की मेज़बानी की।
मुंबई, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 18वें अंतरराष्ट्रीय खगोल विज्ञान एवं खगोल भौतिकी ओलंपियाड 2025 (आईओएए) में भारत के चार छात्रों ने देश का मान बढ़ाया। मुंबई के बीकेसी स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित इस ओलंपियाड में भारत ने चार गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता।
गोल्ड मेडलिस्ट पाणिनि ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मुझे गोल्ड जीतने पर बहुत खुशी है। मैं इसके लिए तीन साल से मेहनत कर रहा था, जिसका यह परिणाम रहा। इस साल की परीक्षा कुछ हद तक कठिन थी, लेकिन हमने बहुत अच्छा किया।"
आईओएए 2025 में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले आरुष मिश्रा ने कहा, "गोल्ड जीतकर काफी अच्छा लग रहा है। मैं गोल्ड की उम्मीद कर रहा था, जिसे जीतने के बाद बेहद खुशी महसूस कर रहा हूं।"
पदक विजेता अक्षत श्रीवास्तव ने कहा, "मुझे खुशी है कि मैंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर गोल्ड जीतकर भारत का नाम रोशन किया है।"
सिल्वर जीतने वाले सुमंत गुप्ता ने कहा, "मुझे भारत के लिए इस मेडल को जीतने पर बेहद खुशी है। मैं अगले साल जरूर देश के लिए गोल्ड जीतूंगा।"
अंतरराष्ट्रीय खगोल विज्ञान एवं खगोल भौतिकी ओलंपियाड 2025 का आयोजन होमी भाभा विज्ञान शिक्षा केंद्र (एचबीसीएसई), टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान (टीआईएफआर) के तत्वावधान में 11-21 अगस्त के बीच किया गया।
इस 18वें संस्करण के इस ओलंपियाड में 64 देशों से करीब 300 छात्रों और 140 ट्रेनर्स और टीचर्स ने हिस्सा लिया। इसमें कई ऐसे देश भी शामिल हुए, जिन्होंने पहली बार प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
यह दूसरी बार है, जब भारत ने आईओएए की मेजबानी की। इससे पहले वर्ष 2016 में इसका आयोजन भुवनेश्वर में किया गया था।