क्या ईरान और इराक ने सीमा सुरक्षा को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किया?

सारांश
Key Takeaways
- ईरान और इराक ने सीमा सुरक्षा के लिए समझौता किया।
- समझौते पर अली लारीजानी और कासिम अल-अराजी ने हस्ताक्षर किए।
- यह समझौता क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देगा।
बगदाद, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पड़ोसी राष्ट्रों ईरान और इराक के बीच सीमा समन्वय को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के मीडिया कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सोमवार को ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारीजानी और इराकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कासिम अल-अराजी ने इस समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत किए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रधानमंत्री के मीडिया कार्यालय ने एमओयू से संबंधित कोई विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है।
हस्ताक्षर से पूर्व लारीजानी के साथ बैठक में, इराकी प्रधानमंत्री ने ईरान के साथ संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न स्तरों पर साझेदारियों को बढ़ाने के लिए इराक की प्रतिबद्धता को दोहराया।
अल-सुदानी ने ईरान के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संघर्षों को बढ़ाने वाली किसी भी कार्रवाई को अस्वीकार करने के अपने दृढ़ रुख को भी दोहराया। इसके साथ ही, इराकी प्रधानमंत्री ने अमेरिका-ईरान वार्ता का समर्थन करने की बात भी कही।
ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली लारीजानी ने विभिन्न क्षेत्रों में, विशेष रूप से यात्री परिवहन के लिए रेलवे कनेक्शन और क्षेत्र में विकास के प्रमुख मार्गों से इराक को जोड़ने में ईरान की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
पिछले सप्ताह ईरान के शीर्ष सुरक्षा निकाय का पदभार संभालने के बाद से यह लारीजानी की पहली विदेश यात्रा है, जिसके बाद उनका लेबनान जाने का कार्यक्रम है।
ईरान और इराक दोनों पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और क्षेत्रीय वर्चस्व को लेकर लंबे समय तक संघर्ष रहा है, जिसमें 1980 से 1988 के बीच सशस्त्र संघर्ष शामिल है। यह युद्ध संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 598 के बाद समाप्त हुआ।