क्या जावेद मियांदाद ने इरफान पठान को कमतर आंका था? मिला था मुंहतोड़ जवाब

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क्या जावेद मियांदाद ने इरफान पठान को कमतर आंका था? मिला था मुंहतोड़ जवाब

सारांश

क्या जावेद मियांदाद ने इरफान पठान को कमतर आंका? इरफान की कहानी हमें दिखाती है कि कैसे उन्होंने मियांदाद के बयान का जवाब दिया। जानें इस दिलचस्प कहानी के बारे में जो क्रिकेट की दुनिया में चर्चित है।

Key Takeaways

  • इरफान पठान ने अपने करियर की शुरुआत में ही अपनी प्रतिभा साबित की।
  • जावेद मियांदाद के बयान ने उन्हें प्रेरित किया।
  • उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कई महत्वपूर्ण प्रदर्शन किए।
  • उनके पिता का समर्थन उनके करियर में महत्वपूर्ण रहा।
  • 2007 की विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे।

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान अपनी स्विंग गेंदबाजी और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। साल 2003 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करने के बाद, पठान ने कई यादगार प्रदर्शन किए। पाकिस्तान के खिलाफ उनकी हैट्रिक को शायद ही कोई भूल सके।

27 अक्टूबर 1984 को बड़ौदा में जन्मे इरफान पठान ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम में जगह बनाई थी। यह वो समय था, जब दुनिया पठान की काबिलियत से अनजान थी।

जब पठान अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे, तब पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने कहा था कि उनके जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में खेलते हैं। लेकिन इस बयान के बाद, पठान ने मार्च 2004 में उन्हें करारा जवाब दिया। मियांदाद उस समय पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच थे।

इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ 3 टेस्ट मुकाबलों में 12 विकेट हासिल किए। उन्होंने मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में 6 विकेट हासिल किए। लाहौर में अगले मुकाबले में उन्होंने 3 सफलताएं हासिल करते हुए 49 रन भी बनाए। रावलपिंडी में सीरीज के अंतिम मुकाबले में भी पठान के नाम 3 विकेट रहे। इरफान पठान के इस शानदार प्रदर्शन के साथ भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की। इसके बाद 29 जनवरी 2006 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने पहले ही ओवर में हैट्रिक हासिल की।

कई वर्षों बाद इरफान पठान ने स्पोर्ट्स कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' में इस कहानी का जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि जावेद मियांदाद के बयान से उनके पिता महमूद खान पठान काफी दुखी थे। पिता को यह बात बहुत बुरी लगी थी। वह मियांदाद से खुद निजी तौर पर मिलना चाहते थे।

जब इरफान पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी सीरीज खेल रहे थे, तो उनके पिता भी मैच देखने आए। जब मियांदाद ने इरफान पठान के पिता को देखा, तो उन्होंने अपनी जगह से खड़े हो गए।

जावेद मियांदाद ने महमूद खान से कहा कि उन्होंने इरफान के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहा था। मियांदाद की बात सुनने के बाद महमूद पठान ने कहा कि वह उन्हें कुछ कहने नहीं आए हैं, बस मिलने आए हैं।

भारत की ओर से 29 टेस्ट मुकाबलों में 100 विकेट लेने वाले इरफान ने इस फॉर्मेट में 1 शतक और 6 अर्धशतक भी बनाए। उन्होंने भारत की ओर से 120 वनडे खेले, जिसमें 173 विकेट हासिल करने के साथ 1,544 रन जोड़े। वहीं, 24 टी20 मुकाबलों में 28 विकेट हासिल किए। वह 2007 की विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि इरफान पठान ने न केवल अपने खेल से बल्कि अपने दृष्टिकोण से भी भारतीय क्रिकेट को नया दिशा दिया है। उनकी कहानी प्रेरणादायक है और यह दिखाती है कि कैसे आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत से किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है।
NationPress
26/10/2025

Frequently Asked Questions

इरफान पठान ने कब डेब्यू किया?
इरफान पठान ने साल 2003 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया।
जावेद मियांदाद ने इरफान पठान के बारे में क्या कहा था?
जावेद मियांदाद ने कहा था कि इरफान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में खेलते हैं।
इरफान पठान ने कितने टेस्ट मैच खेले?
इरफान पठान ने भारत की ओर से 29 टेस्ट मुकाबले खेले।
इरफान पठान ने कब हैट्रिक बनाई?
इरफान पठान ने 29 जनवरी 2006 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले ही ओवर में हैट्रिक हासिल की।
इरफान पठान का जन्म कब हुआ?
इरफान पठान का जन्म 27 अक्टूबर 1984 को बड़ौदा में हुआ।