क्या इजरायल ने गाजा युद्धविराम वार्ता के लिए अपनी टीम को दोहा से वापस बुलाया?

सारांश
Key Takeaways
- इजरायल ने वार्ता के लिए अपनी टीम को वापस बुलाया।
- हमास ने युद्धविराम के लिए बदलाव की मांग की है।
- गाजा में 50 बंधक अभी भी मौजूद हैं।
- इजरायल की सेना गाजा में अभियान बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
- गाजा युद्ध में हजारों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं।
यरुशलम, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल ने गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए कतर की राजधानी दोहा में चल रही वार्ता के लिए अपनी टीम को वापस बुलाने का निर्णय लिया है। इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह निर्णय हमास की ओर से मध्यस्थों के प्रस्ताव के प्रति दी गई प्रतिक्रिया के बाद लिया गया।
हमास ने गुरुवार को ६० दिन के युद्धविराम और इजरायली बंधकों के साथ-साथ फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
इजरायल ने कतर, मिस्र और अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ के प्रयासों की सराहना की, जो इस वार्ता में मध्यस्थता कर रहे हैं। इजरायल के सरकारी टीवी चैनल कान ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि वार्ता पूरी तरह से विफल नहीं हुई है। यह एक समन्वित कदम है, और इजरायल की टीम महत्वपूर्ण फैसलों के लिए परामर्श के लिए वापस लौटी है। सूत्र ने कहा कि वार्ता का माहौल अभी भी सकारात्मक है।
कान टीवी न्यूज के अनुसार, हमास ने मध्यस्थों के प्रस्ताव में बदलाव की मांग की है। हमास ने २०० फिलिस्तीनी उग्रवादियों और ७ अक्टूबर, २०२३ के बाद से हिरासत में लिए गए २,००० गाजा के नागरिकों की रिहाई की मांग की है। यह संख्या उस प्रस्ताव से कहीं अधिक है जिसे इजरायल ने स्वीकार किया था।
इजरायल ने लगभग १२० उग्रवादियों और १,२०० नागरिकों की रिहाई पर सहमति जताई थी। इसके अलावा, चैनल १२ ने बताया कि हमास ने १० जीवित बंधकों के बदले २०० ऐसे फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई मांगी है जो इजरायलियों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।
इजरायल के दैनिक समाचार पत्र इजरायल हायोम ने सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया कि हमास की प्रतिक्रिया के बाद इजरायली सेना गाजा में अपने जमीनी अभियानों को और विस्तार देने की तैयारी कर रही है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि इजरायल की वार्ता टीम का दोहा से लौटना सकारात्मक संकेत नहीं है। सूत्र ने दावा किया कि हमास समझौते के रास्ते में बाधाएं डाल रहा है।
इजरायल का अनुमान है कि गाजा में अभी भी ५० बंधक हैं, जिनमें से २० को बंधक बनाकर रखा गया है। दूसरी ओर, फिलिस्तीनी और इजरायली मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, इजरायली जेलों में १०,८०० से अधिक फिलिस्तीनी कैद हैं, जिन्हें यातना, भुखमरी और चिकित्सा उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से कई की मौत भी हो चुकी है।
अक्टूबर २०२३ से शुरू हुए गाजा युद्ध में इजरायल ने ५९,५०० से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस सैन्य अभियान ने गाजा को तबाह कर दिया है, वहां का स्वास्थ्य तंत्र पूरी तरह चरमरा गया है और खाद्य संकट गहरा गया है।
६ जुलाई से दोहा में कतर और मिस्र की मध्यस्थता में इजरायल और हमास के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता चल रही है, जिसमें युद्धविराम और कैदियों की अदला-बदली पर समझौता करने की कोशिश की जा रही है।