क्या जबलपुर में 'जीवन उत्कर्ष महोत्सव' के शुभारंभ पर मोहन भागवत ने किया प्रेरणादायक उद्बोधन?
                                सारांश
Key Takeaways
- जीवन उत्कर्ष महोत्सव का आयोजन जबलपुर में हुआ।
 - मुख्य अतिथि मोहन भागवत थे, जिन्होंने प्रेरणादायक उद्बोधन दिया।
 - यह महोत्सव महंत स्वामी महाराज के जीवन को समर्पित है।
 - सैकड़ों भक्तों ने इसमें भाग लिया।
 - आध्यात्मिकता और समाज सेवा का गहरा संबंध है।
 
जबलपुर, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बीएपीएस श्री स्वामिनारायण संस्था द्वारा आयोजित पांच दिवसीय “जीवन उत्कर्ष महोत्सव” का भव्य शुभारंभ जबलपुर के होटल विजन महल, मंडला रोड, तिलहरी में अत्यंत भक्तिभाव और उत्साह के साथ किया गया।
यह आयोजन परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के पवित्र जन्मस्थान पर हो रहा है, जो संस्कारधानी जबलपुर के लिए एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण अवसर है। प्रातः कालीन सत्र में पूज्य आदर्श जीवन स्वामी द्वारा “महंत चरितम” विषय पर प्रेरणादायक पारायण संपन्न हुई। देश-विदेश से सैकड़ों श्रोताओं ने इसमें भाग लिया और परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के आदर्श जीवन से आत्मिक प्रेरणा प्राप्त की।
परम पूज्य महंत स्वामी महाराज बीएपीएस संस्था के वर्तमान आध्यात्मिक गुरु हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन सेवा, साधना, सत्संग और संस्कार के प्रसार हेतु समर्पित किया है। उनका जीवन विनम्रता, समता और प्रेम का जीवंत उदाहरण है। उनके नेतृत्व में विश्वभर में सैकड़ों मंदिरों और सामाजिक सेवा प्रकल्पों द्वारा समाज उत्कर्ष की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुआ है।
इस कार्यक्रम के पहले दिन के मुख्य अतिथि मोहन भागवत (सरसंघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) रहे। बीएपीएस के संतों ने उनका हार, अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ द्वारा हार्दिक स्वागत किया। भागवत ने अपने प्रेरक उद्बोधन में महंत स्वामी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेने तथा राष्ट्र निर्माण में आध्यात्मिकता के योगदान पर प्रकाश डाला।
पूज्य आत्मतृप्त स्वामीजी ने संस्कृति के ज्योतिर्धर प्रमुख स्वामी महाराज विषय पर प्रेरक वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्ववंदनीय संत प्रमुख स्वामी महाराज के जीवन पर साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तक ’संत विभूति प्रमुख स्वामी महाराज’ का लोकार्पण भी हुआ। इस अवसर पर इस पुस्तक के लेखक विद्वान संत महामहोपाध्याय भद्रेशदास स्वामीजी ने कृतज्ञता ज्ञापित की। अबू धाबी स्थित हिंदू मंदिर के संचालक संत ब्रह्मबिहारी स्वामी ने भी प्रासंगिक उद्बोधन किया।
बीएपीएस संस्था की विश्वव्यापी सेवा प्रवृत्ति के संयोजक वरिष्ठ संत ईश्वरचरण स्वामीजी ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए जबलपुर भूमि की गरिमा का वर्णन किया। इस उत्सव में 4 नवंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव के आगमन की घोषणा की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
बीएपीएस के संतों द्वारा मनोहर कीर्तन-भजन एवं प्रेरणादायक प्रवचनों से वातावरण भक्तिमय बन गया। कार्यक्रम में जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्रों से हजारों हरि भक्तों ने भाग लिया। पहले दिन का आयोजन अत्यंत सफल और प्रेरणादायी रहा, जिसने आनेवाले चार दिनों के लिए श्रद्धा और उत्साह का पवित्र वातावरण निर्मित किया। जबलपुर का यह “जीवन उत्कर्ष महोत्सव” केवल एक आध्यात्मिक आयोजन नहीं, बल्कि महंत स्वामी महाराज के जीवन-संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का एक पुण्य प्रयास सिद्ध हो रहा है।