क्या जयपुर एसएमएस अस्पताल अग्निकांड की जांच में उच्चस्तरीय कमेटी का गठन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- जयपुर एसएमएस अस्पताल के अग्निकांड की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
- कमेटी में चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
- मरीजों की सुरक्षा और अग्निशामक व्यवस्था पर ध्यान दिया जाएगा।
जयपुर, ६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में हुए अग्निकांड की गहन जांच के लिए आदेश जारी किए हैं। इस घटना की विस्तृत जांच के लिए चिकित्सा विभाग के आयुक्त इकबाल खान की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।
इस कमेटी में अतिरिक्त निदेशक (अस्पताल प्रशासन, राजमेस) मुकेश कुमार मीणा, मुख्य अभियंता (राजमेस) चंदन सिंह मीणा, मुख्य अभियंता (विद्युत, पीडब्ल्यूडी) अजय माथुर, अतिरिक्त प्रधानाचार्य (एसएमएस मेडिकल कॉलेज) डॉक्टर आरके जैन और मुख्य अग्निशमन अधिकारी (नगर निगम, जयपुर) शामिल हैं।
कमेटी को आग लगने के कारणों, अस्पताल प्रबंधन की अग्निशमन व्यवस्था, मरीजों की सुरक्षा और निकासी प्रक्रिया की जांच करने के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद, कमेटी को घटनास्थल का निरीक्षण करके एक विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी होगी।
घटना पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों और अधिकारियों से जानकारी ली। इसके साथ ही, त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।"
उन्होंने आगे लिखा, "मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा, "राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है और उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा, "हमारी संवेदनाएं सभी के साथ हैं। राजस्थान के प्रसिद्ध अस्पताल में हुई इतनी बड़ी घटना गंभीर चिंता का विषय है।"
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "भयंकर हादसा हुआ। यह राजस्थान का सबसे ख्याति प्राप्त अस्पताल है। अगर वहां पर इस प्रकार की घटना हो रही है तो निश्चित रूप से लापरवाही है। कारण क्या रहे यह तो पता नहीं, लेकिन अस्पताल के अंदर आईसीयू में इस तरीके की घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जान जा रही है तो बहुत गंभीर मसला है।"
इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि इसको हादसा बताकर टालना नहीं चाहिए, इसकी पूरी जांच की जानी चाहिए।