क्या जलज सक्सेना ने नौ सीजन बाद केरल टीम को अलविदा कहा?

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क्या जलज सक्सेना ने नौ सीजन बाद केरल टीम को अलविदा कहा?

सारांश

जलज सक्सेना ने नौ सीजन के बाद केरल टीम से विदाई ली। यह उनके लिए एक भावनात्मक क्षण था, जिसमें उन्होंने अपने अनुभव और यादों को साझा किया। क्या यह उनके क्रिकेट करियर में एक नई शुरुआत का संकेत है?

Key Takeaways

  • जलज सक्सेना ने 9 सीजन के बाद केरल टीम को छोड़ा।
  • उन्होंने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा कि यह एक नई शुरुआत है।
  • सक्सेना ने केरल के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • उन्होंने रणजी ट्रॉफी में कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
  • उनका क्रिकेट करियर प्रेरणादायक रहा है।

नई दिल्ली, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। घरेलू क्रिकेट के दिग्गज जलज सक्सेना ने नौ सीजन बाद केरल टीम से अलग होने का निर्णय लिया है। यह केरल के लिए एक बड़ा झटका है। सक्सेना ने सोशल मीडिया के जरिए इस बात की जानकारी दी।

जलज सक्सेना ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना कभी आसान नहीं होता, लेकिन आज मैं अपने दिल की बात साझा करना चाहता हूं। मैंने केरल के लिए अपना अंतिम मैच खेल लिया है। यह अब भी अवास्तविक लगता है। यह मेरे लिए मिश्रित भावनाओं की तरह है। इतने सालों में इस टीम ने मुझे भाई, दोस्त और ऐसा परिवार दिया है, जो हर उतार-चढ़ाव में मेरे साथ खड़ा रहा।"

उन्होंने आगे लिखा, "मैंने इस सफर के लिए अपना खून, पसीना और आंसू सब कुछ दिया। बदले में मुझे ऐसी यादें मिली हैं, जो जीवन भर साथ रहेंगी। टीम के हर साथी का ड्रेसिंग रूम को यादगार बनाने के लिए धन्यवाद। केसीए, कोचों, सहयोगी स्टाफ और पर्दे के पीछे से काम करने वाले गुमनाम नायकों, ग्राउंड्समैनों को मेरा सम्मान और आभार। आपके सहयोग के बिना यह सफर संभव नहीं होता।"

सक्सेना ने अगले सीजन में किसी टीम के लिए खेलने की जानकारी नहीं दी है।

उन्होंने कहा, "यह अंत नहीं है। क्रिकेट ने मुझे सिखाया है कि हर अंत एक नई शुरुआत है। मेरा दिल हमेशा केरल के लिए धड़कता रहेगा। मैं यहां की यादें हमेशा संजोकर रखूंगा।"

सक्सेना पिछले एक दशक से केरल टीम के रीढ़ रहे हैं। उन्होंने केरल के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 58 मैचों में तीन शतकों के साथ 2,252 रन बनाए और 269 विकेट लिए, जिसमें 23 बार पारी में पांच विकेट लिए। प्रथम श्रेणी में केरल के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वालों में वह केएन अनंतपद्मनाभन (310 विकेट) के बाद दूसरे स्थान पर हैं।

2024-25 का रणजी ट्रॉफी सीजन सक्सेना के लिए ऐतिहासिक रहा। केरल ने पिछले सीजन फाइनल खेला। इस सीजन के दौरान सक्सेना रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 6,000 रन बनाने और 400 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने। उन्होंने 2016-17 से लेकर 2024-25 तक केरल टीम का हिस्सा रहे। इसके पूर्व वह 2005-06 से लगातार अपनी घरेलू टीम मध्य प्रदेश के लिए खेलते थे।

38 साल के जलज सक्सेना ने कुल 150 प्रथम श्रेणी मैचों में 14 शतक की मदद से 7,060 रन बनाए हैं और 484 विकेट लिए हैं। वहीं, 109 लिस्ट ए मैचों में 3 शतक लगाते हुए 2,056 रन बनाए हैं और 123 विकेट लिए। 73 टी20 मैचों में 688 रन और 77 विकेट उन्होंने लिए हैं। इतने लंबे करियर के बावजूद जलज को कभी भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला।

Point of View

NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

जलज सक्सेना ने केरल टीम से क्यों अलविदा कहा?
जलज सक्सेना ने भावनात्मक कारणों से और अपने क्रिकेट करियर में नई शुरुआत की तलाश में केरल टीम से अलविदा कहा।
सक्सेना के करियर में कौन-सी उपलब्धियां हैं?
उन्होंने 58 प्रथम श्रेणी मैचों में 2,252 रन बनाए और 269 विकेट लिए, साथ ही रणजी ट्रॉफी में 6,000 रन और 400 विकेट लेने वाले पहले खिलाड़ी बने।