क्या घरेलू नुस्खे जलने से होने वाले जख्म से तुरंत राहत देंगे?
सारांश
Key Takeaways
- एलोवेरा जलन के लिए प्रभावी है।
- हल्दी और नीम का लेप दाग को रोकता है।
- ठंडे पानी से भिगोना जलन को कम करता है।
- नारियल तेल और कपूर त्वचा को ठीक करने में मदद करते हैं।
- घरेलू उपाय सुरक्षित और प्रभावी होते हैं।
नई दिल्ली, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रसोई में काम करते समय महिलाओं के लिए आग से जलना एक सामान्य घटना है। कभी-कभी चूल्हे की सफाई करते समय गर्म बर्तन पर हाथ लग जाता है।
इस स्थिति में अक्सर जलन से राहत पाने के लिए पानी या टूथपेस्ट का उपयोग किया जाता है, लेकिन ये हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जलने से बचने के कई घरेलू उपाय भी हैं, जिनसे त्वचा पर कोई दाग नहीं पड़ता।
आयुर्वेद में जलने को 'दाह' कहा जाता है, और इसे तीन प्रकार में बांटा जाता है। पहले प्रकार में केवल त्वचा की ऊपरी परत प्रभावित होती है, दूसरे में ऊपरी और आंतरिक दोनों परतें, जबकि तीसरे में स्थिति गंभीर होती है, जिसमें घाव हड्डियों तक पहुंच सकता है। तीसरे प्रकार में चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है, किंतु पहले प्रकार में घरेलू उपायों से भी राहत मिल सकती है।
जलन से राहत के लिए कई आयुर्वेदिक उपाय उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए, एलोवेरा का उपयोग प्रभावित क्षेत्र पर किया जा सकता है। यह ठंडक प्रदान करता है और जलने से होने वाली सूजन को कम करता है। इसे दिन में दो से तीन बार लगाना चाहिए। यह जलने के दाग को भी रोकने में सहायक है।
इसके अलावा, हल्दी और नीम का लेप भी प्रभावी है। हल्दी और नीम की पत्तियों को पीसकर एक पेस्ट बनाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से दाग नहीं पड़ता और गंदे बैक्टीरिया के फैलने का खतरा कम होता है।
ठंडे पानी का उपयोग भी जलन में आराम देता है। जलने पर ठंडे पानी में प्रभावित क्षेत्र को भिगो देना चाहिए। इससे जलन कम होती है और शरीर की गर्मी में भी राहत मिलती है। बर्फ का उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह छाले बनने की संभावना को बढ़ा सकता है।
नारियल और कपूर का उपयोग भी जलन और दाग से बचने में सहायक हो सकता है। इसके लिए 1 चम्मच नारियल के तेल के साथ कपूर की एक गोली मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे त्वचा बेहतर ढंग से ठीक होती है और दाग नहीं बनता।