क्या जम्मू आपदा के पीड़ितों के लिए भाजपा नेता सुनील शर्मा ने आर्थिक मदद की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू में प्राकृतिक आपदाओं के बाद भाजपा पीड़ितों की मदद में लगी है।
- सुनील शर्मा ने आर्थिक सहायता की मांग की है।
- केंद्र सरकार ने राहत कार्यों के लिए कदम उठाए हैं।
- भाजपा कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रहे हैं।
- उमर अब्दुल्ला की सरकार पर आरोप लगाया गया है।
जम्मू, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं के पश्चात भारतीय जनता पार्टी पीड़ितों की सहायता के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने सरकार से अपील की कि पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
सुनील शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम सरकार से निवेदन करेंगे कि जिन लोगों का सामान और घरेलू सामान क्षति ग्रस्त या नष्ट हो गया है, उन्हें सहायता दी जाए। जम्मू-कश्मीर सरकार को एसडीआरएफ से धन आवंटित करना चाहिए, जिसमें भाजपा के 28 विधायक योगदान दे रहे हैं। हम इसे औपचारिक रूप से सरकार को प्रस्तुत करेंगे।"
सुनील शर्मा ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित नागरिकों की सहायता के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री ने जम्मू का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। अमित शाह ने हाल ही में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने सभी एजेंसियों को राहत कार्यों में समन्वय का निर्देश दिया।
बीजेपी नेता ने कहा कि जम्मू क्षेत्र के कई जिलों में स्थिति गंभीर हो चुकी है। उन्होंने बताया कि भाजपा के विधायक और कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। सुनील शर्मा ने कहा कि बीजेपी विधायकों ने न केवल जरूरी वस्तुएं बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई हैं, बल्कि जमीनी हालात से संबंधित अधिकारियों को भी जानकारी दी है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ता दिन-रात प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
सुनील शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जम्मू के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने यह भी कहा कि उमर सरकार ने भेदभावपूर्ण रवैया अपनाते हुए जम्मू के लोगों की अनदेखी की।