क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी तंत्र समाप्त हो गया है? : अमित शाह

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क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी तंत्र समाप्त हो गया है? : अमित शाह

सारांश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने सुरक्षा बलों को क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। क्या आतंकवादी तंत्र का अंत निकट है? जानिए इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में।

Key Takeaways

  • सुरक्षा बलों को आतंकवाद के खिलाफ स्वतंत्रता दी गई है।
  • जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार हो रहा है।
  • सर्दियों में घुसपैठ की संभावना को रोकने के लिए तैयारी की आवश्यकता है।
  • सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वित तरीके से काम करने की सलाह दी गई है।
  • केंद्र सरकार की आतंकवाद-मुक्त जम्मू-कश्मीर के प्रति प्रतिबद्धता मजबूत है।

नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को नई दिल्ली में जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले किसी भी प्रयास को विफल करने की पूर्ण स्वतंत्रता है।

गृह मंत्री ने आगे कहा कि सर्दियों में आतंकवादी बर्फबारी का फायदा उठाकर घुसपैठ करने में सफल न हों, इसके लिए सुरक्षाबल को हर संभव तैयारी करनी होगी।

इस बैठक में जम्मू और कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक, आसूचना ब्यूरो, थल सेनाध्यक्ष, जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक तथा भारत सरकार, सेना और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद-मुक्त जम्मू-कश्मीर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में देश के दुश्मनों द्वारा पोषित आतंकवादी तंत्र लगभग समाप्त हो गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले किसी भी प्रयास को विफल करने की पूर्ण स्वतंत्रता है।

बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप जम्मू और कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य को मजबूत करने में मदद मिली है।

गृह मंत्री ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सतर्क रहते हुए समन्वित तरीके से कार्य करने की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि सर्दियां आ रही हैं, आतंकवादी बर्फबारी का लाभ उठाकर घुसपैठ करने में सफल न हो सकें, इसके लिए हमारे सुरक्षा बल हर प्रकार से तैयार रहें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में सुधार हो रहा है। गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान दर्शाता है कि सरकार आतंकवाद को समाप्त करने के प्रति गंभीर है। हमें इस दिशा में निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए और सभी सुरक्षा एजेंसियों को एकजुट होकर काम करना होगा।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का खतरा समाप्त हो गया है?
गृह मंत्री अमित शाह के अनुसार, आतंकवादी तंत्र लगभग समाप्त हो चुका है, लेकिन सतर्क रहने की आवश्यकता है।
सुरक्षा बलों को क्या निर्देश दिए गए हैं?
सुरक्षा बलों को क्षेत्र में शांति को खतरा पहुंचाने वाले किसी भी प्रयास को विफल करने की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है।
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