क्या जम्मू-कश्मीर में बारिश रुकी है? अगले कुछ घंटों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-कश्मीर में बारिश लगभग खत्म हो चुकी है।
- हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है।
- लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं।
- आपात स्थिति के लिए 112 पर संपर्क करें।
श्रीनगर, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में मौसम से संबंधित नवीनतम जानकारी संभागीय आयुक्त (सीपी) कश्मीर के आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट द्वारा साझा की गई है। मौसम केंद्र श्रीनगर के अनुसार, 3 सितंबर 2025 को शाम 7 बजे तक जम्मू-कश्मीर के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश लगभग समाप्त हो गई है। कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो रही है, जबकि कई स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छाए हुए हैं।
अगले तीन घंटों के लिए मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में आंशिक बादल छाए रहेंगे। कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है, लेकिन भारी बारिश की उम्मीद नहीं है।
मौसम केंद्र ने नागरिकों से सतर्क रहने की सलाह दी है। आम जनता को जलाशयों, नदी तटबंधों और बाढ़ चैनलों से दूर रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही, कमजोर संरचनाओं, ढलान वाले क्षेत्रों और भूस्खलन संभावित इलाकों से बचने के लिए भी निर्देशित किया गया है। प्रशासन के आधिकारिक निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर के कई भागों में भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया था। श्रीनगर और अन्य निचले क्षेत्रों में प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। मौसम में सुधार के संकेत मिलने से लोगों को राहत मिली है, लेकिन सतर्कता अभी भी महत्वपूर्ण है।
मौसम केंद्र ने कहा कि स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है और समय-समय पर अपडेट प्रदान किए जाएंगे। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। प्रशासन ने आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
इससे पहले कश्मीर के सीपी अंशुल गर्ग ने मौजूदा स्थिति और निवारक उपायों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आवश्यक सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य, बिजली और दूरसंचार सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। कुछ क्षेत्रों में एहतियातन निकासी अभियान प्रारंभ कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने 300 से अधिक राहत शिविरों की पहचान की है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी को किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो वे आपातकालीन संचालन केंद्र और आपातकालीन नंबर 112 पर संपर्क कर सकते हैं। सभी नागरिकों से अपील है कि वे आज रात सतर्क रहें और जिला प्रशासन की सलाह का पालन करते रहें।