क्या जम्मू में बाढ़ प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए केंद्र प्रतिबद्ध है? अमित शाह का आश्वासन

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया।
- पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया।
- सरकार ने चिकित्सा सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है।
- बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया गया।
- स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में राहत कार्य चल रहे हैं।
जम्मू, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर में बारिश और बाढ़ ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। लगातार बारिश के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू के चक मंगू क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित गांवों के निवासियों से बातचीत की। स्थानीय लोगों ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा कि उनकी गृहमंत्री से मुलाकात हुई, जहां उन्होंने आश्वासन दिया कि उन्हें राहत राशि दी जाएगी। चक मंगू का एक निवासी ने कहा कि गृहमंत्री ने सभी को राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने का वादा किया।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर अपनी पोस्ट में कहा कि उन्होंने जम्मू में हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित चक मंगू गांव का दौरा किया। आपदा मोचन बल राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है, साथ ही प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। मोदी सरकार प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू में तवी पुल और बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। मोदी सरकार प्रभावित लोगों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
इस दौरान उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, विपक्ष के नेता सुनील शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अमित शाह रविवार की शाम को जम्मू पहुंचे थे, जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सीएम उमर अब्दुल्ला ने जम्मू एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। उनके साथ केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक तपन डेका, बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, एनएचएआई, आईएमडी और कई अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी जम्मू पहुंचे थे।