क्या जमशेदपुर का कुख्यात अपराधी सौरभ शर्मा जयपुर से गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी ने पुलिस की कार्यवाही को दर्शाया।
- गिरफ्तारी का मामला कई गंभीर आरोपों से जुड़ा हुआ है।
- स्थानीय अपराधियों में हड़कंप का माहौल है।
- पुलिस ने जनता से सतर्क रहने की अपील की है।
- सौरभ ने शहर में अपराध को फिर से सक्रिय करने की योजना बनाई थी।
जमशेदपुर, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की जमशेदपुर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए कुख्यात अपराधी सौरभ शर्मा उर्फ रिंकू सेठ को जयपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया है। सौरभ लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं। अब पुलिस ने इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
पुलिस ने जानकारी दी कि यह गिरफ्तारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे को मिली गुप्त सूचना के आधार पर हुई है। इस सूचना के बाद सिटी एसपी की निगरानी में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने 19 अक्टूबर को जयपुर के शाहपुरा थाना क्षेत्र के हरदासवाली, अमरपुरा रोड से सौरभ शर्मा को पकड़ लिया। यह गिरफ्तारी लंबे समय से जारी जांच और प्रयासों का परिणाम है।
पुलिस ने बताया कि सौरभ शर्मा पर 1 फरवरी 2024 को सीतारामडेरा में हुई गोलीबारी में शामिल होने का आरोप है। उस घटना में टकलू लोहार की मृत्यु हुई थी और बानेश्वर नामता उर्फ मानस गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस मामले में पहले ही आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन सौरभ तब से फरार था।
फरारी के दौरान उसने मानगो पोस्ट ऑफिस रोड पर राजा सिंह की हत्या और बोड़ाम में आशुतोष ओझा उर्फ अंशु पर गोलीबारी जैसी घटनाओं में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। उसके खिलाफ दर्ज मामलों से पता चलता है कि वह जमशेदपुर के कुख्यात अमरनाथ गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य था, जो अवैध वसूली, धमकाने और दहशत फैलाने का कार्य करता था।
पुलिस ने बताया कि सौरभ गिरोह को फिर से सक्रिय करने की योजना बना रहा था, जिससे शहर में अपराध और बढ़ सकता था। उसकी गिरफ्तारी से स्थानीय अपराधियों में हड़कंप मच गया है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे अपराध के प्रति सजग रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।