क्या हमने पद्म विभूषण छन्नू लाल का निधन कर एक महान प्रतिभा खो दी?

सारांश
Key Takeaways
- छन्नू लाल जी का निधन एक बड़ी क्षति है।
- स्वास्थ्य सेवा में सरकार का योगदान महत्वपूर्ण है।
- विजयादशमी का दिन धर्म की जीत का प्रतीक है।
- मंत्री ने मरीजों की सुध ली और फल बांटे।
- हम सभी को स्वस्थ रहना चाहिए।
लखनऊ, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को सिविल अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने मरीजों से मिलकर फल बांटे और उनका हालचाल लिया।
पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने पद्म विभूषण छन्नू लाल जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज हमने एक महान प्रतिभा को खो दिया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। इस दुखद घड़ी में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
मंत्री ने ‘आज’ के दिन को विशेष बताते हुए कहा कि आज विजयादशमी है, जो ‘अधर्म’ पर ‘धर्म’ की जीत का प्रतीक है। इसके साथ ही, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती है। हम सेवा पखवाड़ा का समापन भी मना रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में फल वितरण और मरीजों की सुध लेना हमें बहुत संतोष देता है। यह अस्पताल लंबे समय से जन सेवा में लगा हुआ है।
मंत्री ने बताया कि हमारी सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार प्रयासरत है। हम किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वस्थ लोग ही समाज के विकास में योगदान देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘अधर्म को नष्ट करना और धर्म की स्थापना करना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है।’