क्या कांग्रेस के रोजगार मेले पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का यह बयान सही है?

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क्या कांग्रेस के रोजगार मेले पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का यह बयान सही है?

सारांश

पटना में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस के रोजगार मेले पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि पहले उन संयंत्रों को फिर से चालू करें जो बंद पड़े हैं। जानें पूरी कहानी और देखिए राजनीति की बारीकियां।

Key Takeaways

  • जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस पर सवाल उठाए।
  • बंद संयंत्रों को चालू करने की बात की गई।
  • कांग्रेस की रोजगार मेला पर प्रतिक्रियाएं दी गईं।
  • राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
  • बिहार में रोजगार के मुद्दे पर बहस चल रही है।

पटना, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस द्वारा आयोजित रोजगार मेले पर गंभीर सवाल उठाए।

समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को रोजगार मेला आयोजित करने की इतनी चिंता है, तो कृपया उन संयंत्रों को पुनः चालू करें जो निवेश के अभाव में बंद हो गए हैं। यदि कांग्रेस ने केंद्र में रहते हुए इन संयंत्रों में निवेश किया होता, तो आज बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल चुका होता।

जदयू प्रवक्ता ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें रोजगार मेला बंद करना चाहिए और उन संयंत्रों पर जाकर मातम मनाना चाहिए जो बंद हो चुके हैं। यदि उन्हें रोजगार देने की इतनी चिंता है, तो उन्हें राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से पूछना चाहिए कि उनके पास पटना में जमीन कहां से आई? आज राजद के पास 156 करोड़ का बंगला दिल्ली में है और मुजफ्फरपुर में 23-24 बीघा जमीन है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में विकास से संबंधित कई कार्य करवा रहे हैं और सभी को नौकरी दे रहे हैं। यहां तक कि हमने लालू प्रसाद यादव की पुत्रवधू को भी बिना जमीन के नौकरी दी है! हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति रोजगार से वंचित न रहे। अब तक हमारी सरकार ने रोजगार देने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के मोतिहारी दौरे पर विपक्ष के सवालों पर उन्होंने कहा, "सवाल उठाना विपक्ष का काम है। लेकिन, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राजनीति को शर्मसार न किया जाए। यदि आपको राघवपुर जाना है, तो आपको केंद्र और राज्य द्वारा बनाए गए पुल से ही जाना होगा। राज्य में घर-घर बिजली पहुंचाई जा चुकी है, यह आपको दिखाई नहीं दे रहा है। इसके अतिरिक्त, बिना जमीन लिए नौकरी मिल रही है, लेकिन यह भी आपको दिखाई नहीं दे रहा है।"

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रॉबर्ट वाड्रा को लेकर दिए गए बयान पर जदयू नेता ने कहा कि यदि कोई परेशान कर रहा है, तो इस देश में कोर्ट है, इसलिए आपको मूल मुद्दे पर आना चाहिए कि आपको कहना क्या है? यदि कोई अपराधी है और पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी, तो इस स्थिति में यदि अपराधी कहे कि उसे परेशान किया जा रहा है, तो यह हास्यास्पद होगा। अब रॉबर्ट वाड्रा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसी स्थिति में राहुल गांधी को सक्षम जांच एजेंसी के साथ खड़ा होना चाहिए था, न कि आरोपी के साथ।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर कि आरएसएस और सीपीएम में भावनाओं की कमी है, जदयू प्रवक्ता ने कहा कि केरल में राहुल गांधी ने यह बयान दिया है। यह एक गंभीर सवाल है कि इंडी गठबंधन के घटक दल सीपीएम को बिहार में कोई स्थान नहीं दिया गया। सीपीएम के नेतृत्व में केरल में सरकार है और आप उसकी आलोचना कर रहे हैं। आरएसएस की आलोचना समझ में आती है, लेकिन यदि कांग्रेस सीपीएम जैसे दलों को भी सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट देना चाहती है, तो ऐसे इंडी गठबंधन की जय हो।

Point of View

जिसमें रोजगार और विकास के मुद्दों पर सवाल उठाए गए हैं। यह दर्शाता है कि विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस का रोजगार मेला क्या है?
कांग्रेस का रोजगार मेला एक ऐसा आयोजन है जिसमें लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जाता है।
नीरज कुमार ने क्या कहा?
उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि पहले उन संयंत्रों को चालू करें जो बंद पड़े हैं।
क्या बिहार में रोजगार की कमी है?
बिहार में रोजगार के अवसरों की कमी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिस पर राजनीतिक दलों के बीच बहस होती रहती है।
क्या जदयू सरकार रोजगार देने में सफल है?
जदयू सरकार ने कई रोजगार योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन इसके प्रभावी कार्यान्वयन की समीक्षा आवश्यक है।
राहुल गांधी का जदयू पर क्या कहना है?
राहुल गांधी ने जदयू और आरएसएस पर आलोचनात्मक टिप्पणी की है, जिस पर जदयू ने जवाब दिया है।