क्या जीतन राम मांझी एनडीए के मुख्यमंत्री चेहरे के बारे में कुछ खास कह रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- जीतन राम मांझी ने चुनावी राजनीति से दूरी बनाने का निर्णय लिया है।
- एनडीए में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर जोर दिया गया है।
- बिहार में विपक्षी दलों के साथ प्रतिस्पर्धा की कमी है।
- बिहार में विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री बनने की इच्छा में कमी आई है।
पटना, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की चुनावी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। साथ ही मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भी बातें होने लगी हैं। इस बीच, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है।
केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को कहा, "हमारे एनडीए में पांच दल हैं, जिसमें हम भी शामिल हैं। हम सभी ने यह कहा है कि बिहार में होने वाले चुनावों के नेता नीतीश कुमार होंगे। नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही हम चुनाव लड़ेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि अब सवाल है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, तो परंपरा यही रही है कि जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है, उसी को मुख्यमंत्री बनाया जाता है। इसलिए, यह स्पष्ट है कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। चुनाव में जीत हमारी ही होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है और नीतीश कुमार ही हमारे मुख्यमंत्री के चेहरे होंगे।
जब जीतन राम मांझी से उनके सीएम बनने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "मैंने कहा था कि 75 साल के बाद चुनावी राजनीति नहीं करनी चाहिए। लेकिन किसी कारणवश, वर्ष 2000 में मैंने चुनाव लड़ा और 2024 में भी चुनाव में भाग लूंगा। लेकिन अब मैं चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं हूं। जो जिम्मेदारी मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी है, उसी को निभाने के लिए मैं 81 की उम्र में भी एक दिन नहीं बैठा हूं। मुख्यमंत्री पद की इच्छा अब मेरे मन में नहीं है।"
इस साल के अंत में होने वाले बिहार चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि बिहार में विपक्षी दलों के साथ कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। हम एनडीए के साथ हैं। बिहार के विकास की बात करें तो सीएम नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में बिजली, सड़क, शिक्षा और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाया है।