क्या जीतन राम मांझी ने विपक्ष को जनादेश का सम्मान करने की नसीहत दी?
सारांश
Key Takeaways
- जनादेश का सम्मान करना आवश्यक है।
- हार का ठीकरा ईवीएम पर न फोड़ें।
- नीतीश कुमार बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
- विपक्ष को अपनी गलतियों का सामना करना चाहिए।
- राजनीतिक बयानों में विवेक होना चाहिए।
पटना, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में महागठबंधन की भारी हार के बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने विपक्ष को एक महत्वपूर्ण सलाह दी। उन्होंने कहा कि बिहार के अगले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे। विपक्ष को जनादेश का सम्मान करना चाहिए और हार का ठीकरा ईवीएम और चुनाव प्रणाली पर नहीं फोड़ना चाहिए।
मांझी ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि विपक्ष अपनी गलतियों पर चर्चा नहीं करता। हर बार चुनाव हारने के बाद ईवीएम और अन्य कारणों को दोष देते हैं। यह सब बहानेबाजी है जिसका कोई अर्थ नहीं है। जो हारता है, वह कोई न कोई वजह बनाकर दूसरों पर आरोप लगाता है, लेकिन लोकतंत्र में ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें जनता के फैसले को स्वीकार कर उसका सम्मान करना चाहिए। विपक्ष अपनी गलतियों को मानने को तैयार नहीं है। जनता ने एनडीए और नीतीश कुमार को चुना है।
मांझी ने विपक्ष के बयानों पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कभी कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में गलत बोल देता है, तो कोई छठ पर्व को नौटंकी कह देता है। ऐसे बयानों के बाद वे यह सवाल पूछते हैं कि जनता ने हमें क्यों नहीं जिताया?
मांझी ने बताया कि विपक्ष केवल अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए बेकार के बहाने बना रहा है। इनका कोई लॉजिक नहीं है।
नीतीश कुमार से मुलाकात पर मांझी ने कहा कि यह एक औपचारिक बैठक थी। चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार को बधाई नहीं दे पाए थे, क्योंकि वे दिल्ली में अपने सरकारी काम में व्यस्त थे। ट्रेड फेयर का उद्घाटन करना था, एमएसएमई मंत्रालय का काम था और जर्मनी से आए डेलिगेशन से भी मिलना था। जैसे ही काम खत्म हुआ, हम पटना पहुंच गए।
इसके बाद उन्होंने समय लेकर नीतीश कुमार से मुलाकात की। मांझी ने कहा कि हमने उन्हें बधाई दी। उन्होंने भी कहा कि आपके भी पांच विधायक जीतकर आए हैं, यह अच्छा प्रदर्शन है। बस इसी तरह की औपचारिक बातचीत हुई।