क्या जेवर विधायक ने सीएम योगी से मिलकर सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता बढ़ रही है।
- सरकारी अस्पतालों के लिए भूमि आरक्षित करने का प्रस्ताव।
- प्राधिकरणों को अपनी आय का हिस्सा अस्पतालों में लगाने की आवश्यकता।
- जनसंख्या वृद्धि के लिए स्वास्थ्य आधार का निर्माण।
- ग्रेटर नोएडा में गरीब मजदूरों की संख्या में वृद्धि।
ग्रेटर नोएडा, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जनपद गौतमबुद्धनगर में गरीब मजदूरों और श्रमिकों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
यह बैठक 11 अगस्त 2025 की शाम को लखनऊ के कालिदास मार्ग पर हुई, जहां विधायक ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर गहन चर्चा की। विधायक धीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरणों द्वारा विकसित आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सही स्तर पर नहीं हैं।
उन्होंने सुझाव दिया कि इन प्राधिकरणों की आगामी भूखंड योजनाओं में सरकारी अस्पतालों के लिए भूमि आरक्षित की जाए और इन अस्पतालों के निर्माण एवं संचालन का खर्च प्राधिकरण खुद उठाएं।
विधायक ने स्पष्ट किया कि जिन प्राधिकरणों ने शहरों का विकास किया है, उनके लिए यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वे वहां की जनता को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें। सरकार पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय, प्राधिकरणों को अपनी आय का एक हिस्सा अस्पतालों की स्थापना में लगाना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि जनपद में औद्योगिक विकास के साथ-साथ गरीब मजदूरों और श्रमिकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में यह आवश्यक है कि प्राधिकरण अपनी नई योजनाओं में स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए अस्पतालों के लिए भूखंड आवंटित करें, ताकि बढ़ती जनसंख्या की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों और प्राधिकरणों को शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश देने का आश्वासन दिया। विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि यह पहल न केवल वर्तमान स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाएगी, बल्कि भविष्य में होने वाली जनसंख्या वृद्धि के लिए भी एक मजबूत स्वास्थ्य आधार तैयार करेगी। उन्होंने आशा जताई कि जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे, जिससे जनपद गौतमबुद्धनगर के लाखों श्रमिकों और आम नागरिकों को इसका लाभ मिल सकेगा।