क्या झज्जर के बहादुरगढ़ ब्लॉक समिति अध्यक्ष वर्षा गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है।
- विकास कार्य ठप पड़े हैं।
- भ्रष्टाचार और राजनीतिक मतभेद प्रमुख कारण हैं।
- नए साल में नया चेयरमैन चुना जाएगा।
- ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ी है।
झज्जर, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ ब्लॉक समिति की अध्यक्ष वर्षा गौतम के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है। भाजपा समर्थित अध्यक्ष को पद से हटाने के लिए आयोजित विशेष बैठक में बहुमत से प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
यह बैठक बाहादुरगढ़ के B.D.P.O. कार्यालय में संपन्न हुई, जिसमें ब्लॉक समिति के 29 सदस्यों में से 20 पार्षद उपस्थित थे। सभी उपस्थित पार्षदों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष वर्षा गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। यह प्रक्रिया झज्जर जिले के अतिरिक्त उपायुक्त (ए.डी.सी.) जगनिवास की देखरेख में सम्पन्न हुई।
ए.डी.सी. जगनिवास ने मीडिया को बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने की सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। अब सरकार और संबंधित विभागों से दिशा-निर्देश मिलने के बाद आगे की औपचारिक कार्यवाही की जाएगी। प्रस्ताव पारित होने के साथ ही वर्षा गौतम का कार्यकाल समाप्त माना जा रहा है।
अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद बैठक से बाहर निकले पार्षदों ने चेयरपर्सन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चेयरपर्सन के कार्यकाल में भ्रष्टाचार और राजनीतिक मतभेदों के कारण ब्लॉक समिति का कार्य प्रभावित हुआ।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि 8 से 9 करोड़ रुपए के वार्षिक बजट के बावजूद बहादुरगढ़ ब्लॉक के गांवों में लंबे समय से विकास कार्य ठप पड़े हैं। सड़कों, नालियों, जल आपूर्ति और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े कई प्रस्ताव फाइलों में ही अटके रहे, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है।
पार्षदों ने यह भी कहा कि चेयरपर्सन द्वारा सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम नहीं किया गया, जिससे आपसी समन्वय की कमी रही और विकास योजनाएं वास्तविकता में नहीं उतर सकीं। इसी नाराजगी के चलते पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया।
पार्षदों ने विश्वास व्यक्त किया कि नए साल में नया चेयरमैन चुना जाएगा और उसके बाद रुके हुए सभी विकास कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बहादुरगढ़ ब्लॉक के गांवों में विकास की लहर बहेगी और जनता को लंबित योजनाओं का लाभ मिलेगा।