क्या राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने से 3 बच्चों की जान चली गई?

सारांश
Key Takeaways
- 3 बच्चों की मौत हुई है।
- 10 से अधिक बच्चे घायल हुए हैं।
- घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- शिक्षा मंत्री ने उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन दिया है।
- स्थानीय ग्रामीणों ने बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
झालावाड़, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक गंभीर घटना घटी है। एक सरकारी स्कूल की इमारत के गिरने से अब तक 3 बच्चों की जान चली गई है, जबकि 10 से अधिक बच्चे घायल हो गए हैं। यह दुखद मामला झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के पिपलोदी गांव में शुक्रवार को हुआ।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जब स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, तभी अचानक स्कूल की छत उन पर गिर गई। इस घटना के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने बच्चों की मदद करने के लिए तुरंत दौड़ लगाई और कई बच्चों को मलबे से बाहर निकाला। इस घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
ग्रामीण बच्चों को बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आए। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि स्थानीय लोग अपने हाथों से मलबा हटाते हुए बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इसके बाद मशीनों की मदद से मलबा हटाया गया। अब तक 3 बच्चों10 से अधिक बच्चे घायल हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शिक्षा मंत्री मदन लाल दिलावर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से बात की और मौके पर तेजी से पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने घायल बच्चों के इलाज को सरकारी खर्च पर कराने का भी आदेश दिया है।
मदन लाल दिलावर ने कहा कि पिपलोदी गांव में यह दुखद घटना घटी है। उन्होंने पुष्टि की है कि 3 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई है। कुछ बच्चे घायल हैं, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होगी।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "झालावाड़ के मनोहरथाना में सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों और शिक्षकों के हताहत होने की सूचना मिली है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि कम से कम जनहानि हो और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले।"