क्या झारखंड के पलामू में मानसिक रूप से बीमार दामाद ने सास की हत्या के बाद आत्महत्या की?

सारांश
Key Takeaways
- मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए।
- परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए।
- समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
- हिंसक प्रवृत्तियों को पहचानना और रोकना जरूरी है।
- इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए समर्थन प्रणाली बनानी चाहिए।
पलामू, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पलामू जिला के छतरपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति ने अपनी सास की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली।
सूत्रों के अनुसार, जिले के मनातू थाना क्षेत्र का निवासी प्रमोद प्रजापति पिछले कुछ महीनों से मानसिक अस्वस्थता का सामना कर रहा था। वह अचानक उत्तेजित और हिंसक हो जाता था। हाल ही में, उसके ससुराल वाले उसे अपने गांव कौवल ले आए थे और उसे इलाज के लिए रांची के मानसिक आरोग्यशाला ले जाने की योजना बना रहे थे। शुक्रवार की दोपहर, प्रमोद अचानक उत्तेजित हो उठा और उसने घर में रखी कुदाल उठाकर अपनी सास सुशीला देवी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
प्रमोद की पत्नी शोभा देवी और अन्य परिवार के सदस्य उसे रोकने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। गंभीर रूप से घायल सुशीला देवी को तुरंत मेदनीनगर के एमएमसीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद, प्रमोद घर से बाहर जाकर सड़क पर पहुंचा और कुदाल एवं ईंट से खुद पर वार कर लिया। वह भी मौके पर ही मरा पाया गया।
दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर स्थित एमएमसीएच भेजा गया है। प्रमोद की पत्नी शोभा देवी ने पुलिस को बताया कि उनकी शादी 2021 में हुई थी और उनका एक तीन वर्षीय बेटा है। घटना की जानकारी मिलते ही प्रमोद के पिता नरेश प्रजापति और परिवार के अन्य सदस्य छतरपुर थाना पहुंचे। बेटे का शव देखकर वे फूट-फूटकर रो पड़े।
एक ही दिन में मां की मौत और पति की आत्महत्या से सदमे में आई शोभा देवी की हालत बेहद खराब है। शोभा देवी के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर पुलिस तहकीकात में जुटी है। इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैली हुई है।