क्या झारखंड में तालाब में डूबने से भाई-बहन की जान गई, दादी की कैसे बची जान?
सारांश
Key Takeaways
- दो मासूम भाई-बहन तालाब में डूब गए।
- दादी की जान बचाई गई।
- घटना ने पूरे गांव में शोक का माहौल बना दिया।
- प्रशासन ने मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की।
- पिछले दिनों झारखंड में 27 लोगों की डूबने से मौत हुई।
लातेहार, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के महुआ मिलान गांव में गुरुवार दोपहर एक भयानक घटना घटी। दो मासूम भाई-बहन तालाब में डूबकर अपनी जान गंवा बैठे। मृतकों की पहचान आठ वर्षीय छोटी कुमारी और पांच वर्षीय सुशांत प्रजापति के रूप में हुई है। उनके पिता, धर्मपाल प्रजापति, काम की वजह से बाहर हैं।
जानकारी के अनुसार, दोनों बच्चे अपनी दादी तेतरी देवी के साथ खेत में मक्के की फसल देखने गए थे। खेत के पास एक तालाब था, जहां दादी नहाने गईं। अचानक उनका पैर फिसल गया और वे गहराई में चली गईं। दादी को डूबता देख, दोनों बच्चे उन्हें बचाने के लिए तालाब में कूद पड़े, लेकिन पानी की गहराई अधिक होने के कारण वे भी डूब गए।
घटना की सूचना मिलते ही गांव वाले मौके पर पहुंचे और शोर मचाते हुए स्थानीय युवकों की मदद से दादी को बाहर निकाला। उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चंदवा ले जाया गया, जहां समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। लेकिन बच्चों को जब तक बाहर निकाला गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर चंदवा थाना प्रभारी रणधीर कुमार सिंह और अंचलाधिकारी सुमित कुमार झा दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रशासन ने आपदा राहत मद से मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जानकारी के अनुसार, झारखंड के विभिन्न जिलों में पिछले पांच दिनों में अलग-अलग जलाशयों, नदियों और तालाबों में डूबने की घटनाओं में 27 लोगों की जान जा चुकी है।