क्या झारखंड में 25 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट है, कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा?

सारांश
Key Takeaways
- झारखंड में 25 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट।
- कुछ जिलों में बाढ़ का खतरा।
- सड़कें बह सकती हैं या अवरुद्ध हो सकती हैं।
- निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है।
- लोगों से बाढ़ वाले क्षेत्रों में न जाने की अपील।
रांची, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रांची स्थित मौसम विभाग ने झारखंड के अनेक जिलों में 25 अगस्त तक भारी बारिश की पूर्वानुमान जारी की है। इस दौरान तेज हवाएं और वज्रपात की भी संभावना है।
पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो ऊपरी हवा के चक्रवात के साथ 7.6 किमी की ऊंचाई तक फैला है। यह धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ेगा और फिर कमजोर होगा।
मानसून की ट्रफ रेखा झारखंड से होकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के आसपास भी ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है। 25 अगस्त के आस-पास बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
24 अगस्त को पलामू, गढ़वा, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, बोकारो, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद और गिरिडीह में भारी बारिश की संभावना है।
24 अगस्त की सुबह 11:30 बजे से अगले 24 घंटे के लिए कुछ जिलों में मध्यम स्तर की फ्लैश फ्लड (अकस्मात बाढ़) की चेतावनी जारी की गई है। जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, उनमें बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, रांची, सरायकेला, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम शामिल हैं।
अलर्ट में कहा गया है कि सड़कें बह सकती हैं या अवरुद्ध हो सकती हैं। निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। बिजली और पानी जैसी सेवाओं पर असर पड़ सकता है। फसलों और बागवानी को नुकसान हो सकता है। जानमाल की हानि की भी संभावना है।
विभाग ने लोगों से अपील की है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वाहन न चलाएं। तेज बारिश और पानी बढ़ने पर सुरक्षित ऊंची जगहों पर जाएं। घरों की छतें मजबूत रखें और नदी-नालों से दूर रहें। इसके साथ ही विभिन्न माध्यमों से मौसम से जुड़ी लेटेस्ट जानकारी लेते रहें।