क्या झारखंड में मेडिकल यूनिवर्सिटी खोली जाएगी? ब्रांबे में चिह्नित की गई जमीन
सारांश
Key Takeaways
- झारखंड में पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की प्रक्रिया शुरू।
- मेडिकल कॉलेजों के सभी कार्य अब एकीकृत ढांचे में होंगे।
- अस्थायी परिसर ब्रांबे में होगा।
- मेडिकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत नर्सिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रम भी संचालित होंगे।
- राज्य के मुख्यमंत्री यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति होंगे।
रांची, १८ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड में मेडिकल शिक्षा से संबंधित एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कदम के तहत राज्य की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है।
राज्य सरकार के निर्णय के पश्चात्, मेडिकल कॉलेजों के शैक्षणिक एवं प्रशासनिक कार्य एकीकृत संरचना में संचालित किए जा सकेंगे। इसके लिए सरकार ने झारखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी बोर्ड का गठन किया है। यूनिवर्सिटी के अस्थायी संचालन हेतु रांची के ब्रांबे में स्थित पंचायती राज विभाग द्वारा निर्मित पूर्व सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड परिसर को चयनित किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, परिसर में उपलब्ध आधारभूत संरचना और स्थान मेडिकल यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए उपयुक्त हैं। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, और संयुक्त सचिव ललित मोहन शुक्ल सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों ने ब्रांबे परिसर का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के उपरांत परिसर को अस्थायी रूप से मेडिकल यूनिवर्सिटी संचालन के लिए उपयुक्त बताया गया। प्रस्तावित मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि राज्य में मेडिकल यूनिवर्सिटी के अभाव के कारण अब तक मेडिकल कॉलेजों के पंजीकरण, फैकल्टी नियुक्ति, परीक्षा संचालन और अकादमिक नियंत्रण से संबंधित कार्य विभिन्न विश्वविद्यालयों के माध्यम से किए जाते रहे हैं।
मेडिकल यूनिवर्सिटी के गठन के बाद ये सभी कार्य राज्य की अपनी यूनिवर्सिटी के माध्यम से संचालित होंगे। अधिकारियों के अनुसार, मेडिकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से राज्य के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों का पंजीकरण किया जाएगा। फैकल्टी की नियुक्ति, परीक्षाओं का आयोजन और अकादमिक निगरानी भी इसी के तहत होगी। यूनिवर्सिटी के अंतर्गत नर्सिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों के संचालन की भी व्यवस्था की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में राज्य में १० मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। भविष्य में पीपीपी मॉडल और सरकारी प्रयासों के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाने की योजना है। सभी मेडिकल कॉलेज मेडिकल यूनिवर्सिटी के अकादमिक और प्रशासनिक नियंत्रण में होंगे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पहले रिनपास क्षेत्र में मेडिकल यूनिवर्सिटी के संचालन का प्रस्ताव था, परंतु अब ब्रांबे परिसर को अस्थायी रूप से चुना गया है। अगले ६ से ७ महीनों में मेडिकल यूनिवर्सिटी के संचालन की तैयारी है।