क्या राज्यपाल संतोष गंगवार ने झारखंड में नक्सल हिंसा में 75% कमी की पुष्टि की?

सारांश
Key Takeaways
- झारखंड में नक्सल हिंसा में 75% कमी आई है।
- राज्य में 1,200 किलोमीटर से अधिक नई सड़कों का निर्माण हुआ है।
- महिला स्वयं सहायता समूहों को स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत 35 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त इलाज मिला है।
- राज्य में औद्योगिक निवेश में वृद्धि हुई है।
रांची, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में तिरंगा फहराया। उन्होंने राज्य के नागरिकों को संबोधित करते हुए सशक्त राष्ट्र और राज्य के विकास में भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया।
राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि आगामी वर्षों में झारखंड नक्सल समस्या से पूरी तरह मुक्त होकर शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और बुनियादी ढांचे में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा। राष्ट्रीय ध्वज फहराने से पहले, राज्यपाल ने सशस्त्र बलों की संयुक्त परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि राज्य में नक्सल हिंसा के मामलों में पिछले कुछ वर्षों में 75 प्रतिशत की गिरावट आई है और अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ विकास की गति तेज हो रही है।
उन्होंने विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पिछले एक वर्ष में 1,200 किलोमीटर से अधिक नई सड़कों का निर्माण किया गया है। ग्रामीण इलाकों में 3.5 लाख घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, वहीं जल जीवन मिशन के तहत 18 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल का पानी मिला है।
शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि 5,000 से अधिक सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे का उन्नयन किया गया है। 2,500 से अधिक स्मार्ट क्लासरूम स्थापित किए गए हैं और 400 ई-लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। विश्वविद्यालयों में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष अनुदान दिया जा रहा है। औद्योगिक विकास पर राज्यपाल ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में राज्य में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव आया है, जिसमें खनिज, ऊर्जा और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र शामिल हैं। उद्योगों के लिए भूमि, बिजली और एकल खिड़की प्रणाली के जरिए अनुमति प्रक्रिया को सरल बनाया गया है।
महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में राज्य की उपलब्धियों को बताते हुए उन्होंने कहा कि 3.8 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों को बैंक लिंकेज और प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा गया है। इन समूहों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है और महिलाओं की आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में जिला अस्पतालों में 150 से अधिक अत्याधुनिक उपकरण स्थापित किए गए हैं और 500 से अधिक डॉक्टर और नर्सों की नियुक्ति हुई है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 35 लाख से अधिक लोगों को मुफ्त इलाज प्रदान किया गया है। पर्यटन विकास पर राज्यपाल ने कहा कि देवघर, पारसनाथ, नेतरहाट और पटगांवा जलप्रपात जैसे स्थलों का उन्नयन किया जा रहा है। इको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन के तहत 1,200 स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है।