क्या झारखंड के सारंडा जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में हथियारों का जखीरा जब्त हुआ?

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क्या झारखंड के सारंडा जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में हथियारों का जखीरा जब्त हुआ?

सारांश

झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने सारंडा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता प्राप्त की। सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य सामग्री बरामद की, जिससे नक्सलियों की बड़ी योजना का पता चला। जानें और क्या हुआ इस मुठभेड़ में।

Key Takeaways

  • झारखंड के सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया।
  • मुठभेड़ में भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
  • सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की संभावित योजनाओं को नाकाम किया।
  • मार्च 2026 तक नक्सलियों का सफाया करने का लक्ष्य।
  • सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को सील कर सघन तलाशी अभियान चलाया।

चाईबासा, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। जराईकेला थाना क्षेत्र के कुलापू बुरू इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार रात से शुक्रवार तक एक लंबी मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद जब सुरक्षा बलों ने इलाके की जांच की, तो उन्हें भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नक्सली साहित्य बरामद हुआ।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बरामद सामग्री इतनी अधिक थी कि सुरक्षा बलों ने इलाके को कुछ समय के लिए पूरी तरह से सील कर दिया और तलाशी अभियान को तेज किया। यहां से दो एसएलआर राइफल, एक प्वाइंट 303 राइफल, एके-48 की 37 जिंदा गोलियां, एसएलआर की 78 गोलियां और प्वाइंट 303 राइफल की 130 गोलियां जब्त की गईं।

इसके अलावा, पुलिस ने विस्फोटक बनाने में उपयोग की जाने वाली 16.68 किलोग्राम जिलेटिन, 13 तैयार जिलेटिन आईईडी, 15 डेटोनेटर और 5 रेडियो सेट भी बरामद किए। इसके साथ ही, दो इंटरसेप्टर, दो लैपटॉप, 11 एफएम रेडियो, 24 सिरिंज और अन्य नक्सली सामान भी मिले हैं।

पुलिस का कहना है कि बरामद किए गए हथियारों का जखीरा, विस्फोटक और पैकिंग सामग्री देखकर स्पष्ट है कि नक्सली एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे या सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। इसलिए, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सघन सर्च अभियान जारी रखा है ताकि नक्सलियों के संभावित ठिकानों को नष्ट किया जा सके।

अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। नक्सलियों के बच निकलने के सभी रास्तों को चिन्हित कर उन्हें सील किया गया है। स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की यह संयुक्त कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। सुरक्षा बलों ने मार्च 2026 तक राज्य से नक्सलियों का पूर्ण रूप से सफाया करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

Point of View

बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
NationPress
07/11/2025

Frequently Asked Questions

इस मुठभेड़ में क्या बरामद हुआ?
मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नक्सली साहित्य बरामद किया।
सुरक्षा बलों को इस मुठभेड़ में कोई नुकसान हुआ?
नहीं, मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
क्षेत्र में आगे की कार्रवाई क्या होगी?
सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सघन सर्च अभियान जारी रखने का निर्णय लिया है।