क्या झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की है?

सारांश
Key Takeaways
- झारखंड पुलिस ने बोकारो में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।
- महत्वपूर्ण हथियार और सामग्री बरामद की गई हैं।
- इस साल 16 नक्सलियों को मारा गया है।
- झारखंड पुलिस का लक्ष्य राज्य को नक्सल मुक्त करना है।
- आत्मसमर्पण करने वालों में कई उच्च पदस्थ नक्सली शामिल हैं।
बोकारो, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राज्य में नक्सलियों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए झारखंड पुलिस लगातार कई जिलों में युद्धस्तर पर ऑपरेशन चला रही है। इस बीच बोकारो जिले में पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली।
बोकारो एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की गई है। बोकारो पुलिस को दो बंडल कोडेक्स वायर, एसएलआर राइफल के 20 राउंड जिंदा कारतूस, एक एसएलआर राइफल, एक इंसास की मैगजीन, एक एसएलआर की मैगजीन और एक डेटोनेटर बरामद हुए हैं। यह सफलता बोकारो के गोमिया प्रखंड के काशी ताड़ जंगल में मिली है।
नक्सलियों के खात्मे के लिए बोकारो पुलिस, सीआरपीएफ कोबरा 209 बटालियन और झारखंड जगुआर हर स्तर पर नक्सल ऑपरेशन और सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी सर्च ऑपरेशन के दौरान 16 जुलाई को बोकारो जिले के गोमिया थाना क्षेत्र के बिरहोर डेरा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो नक्सलियों को पुलिस बल ने मार गिराया। इस दौरान एक सीआरपीएफ कोबरा बटालियन का जवान भी शहीद हुआ।
बोकारो पुलिस गोमिया थाना क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही थी, जिस दौरान यह महत्वपूर्ण सफलता मिली। बोकारो पुलिस का मानना है कि नक्सलियों की इतनी अधिक मात्रा में सामग्री जब्त होना एक बड़ी कामयाबी है। जल्द ही बोकारो नक्सल मुक्त हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि झारखंड पुलिस ने इस वर्ष राज्य को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। पुलिस के अनुसार, अब तक इस साल 16 नक्सलियों को मार गिराया गया है। इसके अलावा 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। पिछले साल 2024 में पुलिस ने 244 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था, जबकि नौ नक्सली मारे गए थे। 24 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया था।
आत्मसमर्पण करने वालों में चार जोनल कमांडर, एक सब जनरल कमांडर और तीन एरिया कमांडर शामिल थे।