क्या ज्योति नगर पुलिस ने डकैती का मामला सुलझा लिया? दो लुटेरे गिरफ्तार, मोबाइल-बाइक बरामद!
सारांश
Key Takeaways
- ज्योति नगर पुलिस ने 72 घंटे में डकैती का मामला सुलझाया।
- स्थानीय लोगों का सहयोग महत्वपूर्ण रहा।
- दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटी गई सामग्री बरामद की गई।
- पुलिस ने तकनीकी निगरानी का उपयोग किया।
- आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगालने का कार्य जारी है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ज्योति नगर पुलिस ने साहस और सतर्कता की एक अद्भुत मिसाल पेश की है। गुरुवार की रात को यमुना विहार-लोनी रोड पर घटित हुई डकैती की घटना को महज 72 घंटे में सुलझा लिया गया। पुलिस ने दो शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके पास से लूटा हुआ मोबाइल फोन और अपराध में इस्तेमाल की गई स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की गई।
11 नवंबर की रात लगभग 2:10 बजे, राघव कुमार (25 वर्ष), जो सिकरानी गांव, लोनी, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, यमुना विहार से लोनी गोल चक्कर की ओर पैदल जा रहे थे। इसी दौरान, पीछे से दो बदमाश स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर आए और एक ने राघव का मोबाइल फोन छीन लिया। जबकि दूसरा बाइक चलाता रहा। लूट के बाद दोनों फरार होने लगे, लेकिन स्थानीय लोगों की सतर्कता से एक आरोपी मौके पर पकड़ा गया। उसकी पहचान अंकुर (28 वर्ष), निवासी अमर कॉलोनी, दिल्ली के रूप में हुई।
ज्योति नगर थाने में बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पकड़े गए अंकुर से लगातार पूछताछ की गई। शुरुआत में वह टालमटोल करता रहा, लेकिन सबूतों के दबाव में उसने अपना अपराध कबूल किया और अपने साथी का नाम बताया। उसने रितेश (25) का नाम लिया, जो लोनी, उत्तर प्रदेश का निवासी है।
अंकुर की निशानदेही पर पुलिस ने रितेश को लोनी से दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। दोनों की तलाशी और निशानदेही से लूटा गया मोबाइल फोन और स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की गई। पुलिस को पता चला कि यह बाइक चोरी की थी और दोनों पहले भी कई लूटपाट की वारदातों में शामिल रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और तकनीकी निगरानी के माध्यम से 24 घंटे में दूसरा आरोपी पकड़ लिया गया। स्थानीय लोगों का सहयोग इस मामले में महत्वपूर्ण रहा।
पुलिस अब दोनों आरोपियों के पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है। आसपास के क्षेत्र में पहले भी ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें ये दोनों संदिग्ध रहे हैं।