क्या काजोल ने पेरेंट्स डे पर अपने माता-पिता के योगदान को कमतर किया?

सारांश
Key Takeaways
- काजोल ने अपने माता-पिता के योगदान को याद किया।
- पेरेंट्स डे का महत्व बढ़ता है।
- अन्य सितारों ने भी अपने माता-पिता को याद किया।
- माता-पिता का समर्थन जीवन में महत्वपूर्ण होता है।
मुंबई, २७ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री काजोल ने नेशनल पेरेंट्स डे के मौके पर माता-पिता के महत्व पर अपनी भावनाएँ साझा की। उन्होंने कहा कि यह दिन उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान करने के लिए बहुत छोटा लगता है।
काजोल ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी मां तनुजा और सास वीना देवगन के साथ तस्वीरें साझा की, साथ ही अपने पिता शोमू मुखर्जी और ससुर वीरू देवगन की भी तस्वीरें पोस्ट की।
उन्होंने कैप्शन में लिखा, "पेरेंट्स डे का नाम उनके द्वारा किए गए बलिदान के लिए बहुत छोटा लगता है। फिर भी मैं आप चारों को धन्यवाद कहना चाहूंगी। हैप्पी पेरेंट्स डे।"
वहीं, अन्य हस्तियों ने भी इस विशेष दिन पर अपने माता-पिता को याद किया। इस कड़ी में संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त ने अपने माता-पिता सुनील दत्त और नर्गिस दत्त को याद किया।
प्रिया ने इंस्टाग्राम पर अपने माता-पिता की ब्लैक-एंड-व्हाइट तस्वीर साझा की, जिसमें सुनील दत्त और नरगिस कैमरे के लिए पोज़ देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने भावुक संदेश में कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें सबसे बड़ा तोहफा दिया, जो कि प्रेम और मकसद से भरा जीवन है।
प्रिया ने आगे लिखा, "बच्चे अपने माता-पिता की तरह होते हैं। मैंने उन्हें हमेशा सही बातों के लिए खड़ा होते देखा। उन्होंने मुझे दिल से सेवा करना और बिना किसी तारीफ की उम्मीद के दूसरों की मदद करना सिखाया। वे मेरी ताकत थे और इसी वजह से मुझे लोगों की अच्छाई पर भरोसा है।"
उन्होंने कहा, "इस पेरेंट्स डे पर, मैं उस सबसे बड़े तोहफे का जश्न मना रही हूं जो उन्होंने मुझे दिया, एक ऐसा जीवन जो मकसद और प्यार से भरा है। आज जब मैं खुद एक मां बन चुकी हूं, तो मेरे पास उनका नक्शा है, जिससे मैं ये विरासत अपने बच्चों तक पहुंचा सकूं। सभी माता-पिता को मेरी तरफ से पेरेंट्स डे की शुभकामनाएं।"
ज्ञात हो कि नेशनल पेरेंट्स डे हर साल जुलाई के चौथे रविवार को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य माता-पिता की भूमिका का सम्मान करना है।
यह दिन १९९४ में आधिकारिक रूप से शुरू किया गया था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें माता-पिता के मार्गदर्शन और समर्थन की महत्ता को माना गया था।