क्या आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में ओएनजीसी पाइपलाइन से गैस रिसाव ने गांव में दहशत फैला दी?

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क्या आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में ओएनजीसी पाइपलाइन से गैस रिसाव ने गांव में दहशत फैला दी?

सारांश

काकीनाडा में ओएनजीसी पाइपलाइन से गैस रिसाव ने गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। हालात को नियंत्रण में लाने के लिए अधिकारियों ने त्वरित कदम उठाए। जानें इस घटना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी।

Key Takeaways

  • गैस रिसाव की घटना ने गांव में दहशत का माहौल बनाया।
  • ओएनजीसी ने त्वरित प्रतिक्रिया दी और रिसाव को नियंत्रित किया।
  • स्थानीय लोगों की चिंताएँ बढ़ रही हैं।
  • सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  • इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा के महत्त्व को उजागर किया।

अमरावती, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में तेल और प्राकृतिक गैस निगम की पाइपलाइन से गैस रिसाव के कारण शुक्रवार तड़के गांव के लोग भयभीत हो गए। हालांकि, बाद में इस रिसाव को नियंत्रित कर लिया गया।

गैस रिसाव तड़के लगभग 1:30 बजे हुआ, जिससे आग

काकीनाडा जिले के तल्लारेवु मंडल में दरयालटिप्पा के पास समुद्र में गैस पाइपलाइन से तेज आग की लपटें उठ रही थीं।

दरियालटिप्पा के ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। ओएनजीसी अधिकारियों ने तड़के करीब साढ़े तीन बजे कृष्णा गोदावरी (केजी) बेसिन रिग से गैस की सप्लाई बंद कर दी, जिसके बाद आग बुझा दी गई।

यह रिसाव एक पाइपलाइन में हुआ, जो केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के यानम क्षेत्र से होकर समुद्र के रास्ते गुजरती है।

यनम के पुलिस अधीक्षक चिंता कोदंडराम ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है।

दिल्ली दौरे पर आए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गैस रिसाव को लेकर जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों से फोन पर बात की।

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि डेढ़ घंटे के अंदर गैस रिसाव रोक दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को पूरी पाइपलाइन की सावधानी से जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला कलेक्टर को भी कहा कि आस-पास के गांवों में लोगों को डर न लगे, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे हालात पर नजर बनाए रखें और उन्हें लगातार जानकारी देते रहें।

एक बड़ा हादसा इसलिए टल गया क्योंकि गैस रिसाव के वक्त पाइपलाइन के पास कोई मौजूद नहीं था।

स्थानीय लोग इस क्षेत्र में बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर चिंतित हैं। वे अधिकारियों से मांग कर रहे हैं कि गैस रिसाव और आग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाएं।

पिछले महीने अंबेडकर कोनासीमा जिले में दोबारा ड्रिलिंग के दौरान ओएनजीसी के एक कुएं से गैस रिसाव हुआ था, जिससे आसपास के लोग और ओएनजीसी के कर्मचारी काफी डर गए थे।

ओएनजीसी की इमरजेंसी टीम ने हालात पर काबू पा लिया था।

ओएनजीसी की केजी बेसिन में बड़ी मौजूदगी है, जहां हाइड्रोकार्बन का भरपूर भंडार मौजूद है। यह कंपनी कोनासीमा जिले में कई गैस स्टोरेज सेंटर भी चलाती है।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

गैस रिसाव कब हुआ?
गैस रिसाव 22 अगस्त को तड़के 1:30 बजे हुआ।
क्या इस घटना में किसी को नुकसान हुआ?
अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ।
गैस रिसाव को नियंत्रित करने में कितना समय लगा?
गैस रिसाव को नियंत्रित करने में डेढ़ घंटे का समय लगा।
क्या स्थानीय लोग चिंतित हैं?
हां, स्थानीय लोग इस क्षेत्र में बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर चिंतित हैं।
ओएनजीसी की क्या भूमिका थी?
ओएनजीसी ने गैस की सप्लाई बंद कर दी और इमरजेंसी टीम ने हालात पर काबू पाया।