क्या भाजपा संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है? कन्हैया कुमार

सारांश
Key Takeaways
- कन्हैया कुमार का संविधान की रक्षा का संकल्प।
- वक्फ कानून का विरोध सभी नागरिकों का मामला है।
- भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप।
- चुनाव आयोग की गड़बड़ियों पर गंभीर चिंताएँ।
- सत्यापन में समय लेने की आवश्यकता।
पटना, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार ने पटना में आयोजित वक्फ कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि यह रैली उन सभी नागरिकों का प्रदर्शन है जो देश के संविधान पर विश्वास रखते हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए कन्हैया कुमार ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा विभिन्न कानूनों और बयानों के माध्यम से यह दर्शा रही है कि वह देश के संविधान को बदलने की योजना बना रही है।
कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि वक्फ कानून इसी का एक उदाहरण है। भले ही यह कानून एक समुदाय से संबंधित प्रतीत होता है, लेकिन यह वास्तव में सभी नागरिकों का मामला है। इसलिए कांग्रेस इस कानून का विरोध संसद से लेकर सड़क तक कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर आगे भी संघर्ष जारी रहेगा।
चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे पर कन्हैया कुमार ने कहा कि पहले आयोग ने गड़बड़ी को स्वीकार नहीं किया, लेकिन अब यह मान लिया गया है कि गड़बड़ी है। उन्होंने कहा कि इन गड़बड़ियों के दो पहलू हैं: एक तो भाजपा समर्थक मतदाताओं के नाम जोड़े जाते हैं और दूसरे, भाजपा विरोधी मतदाताओं के नाम हटाए जाते हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि गड़बड़ी को ठीक करने के नाम पर और गड़बड़ियाँ न फैलाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को सत्यापन में समय लेकर काम करना चाहिए, क्योंकि सभी नागरिकों के पास हर चीज का प्रमाणपत्र नहीं होता है। सही मतदाताओं का नाम नहीं काटा जाना चाहिए और फर्जी मतदाताओं को नहीं जोड़ा जाना चाहिए।