क्या कन्हैया कुमार ने पटना में बेरोजगारी और निराशा के खिलाफ युवाओं की आवाज उठाई?

सारांश
Key Takeaways
- बेरोजगारी की समस्या पर गहरा चिंतन
- सरकार पर सवाल उठाने की आवश्यकता
- युवाओं का सक्रिय होना आवश्यक
- पलायन की बढ़ती दर पर ध्यान
- रोजगार का अधिकार सभी के लिए होना चाहिए
पटना, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार कांग्रेस ने रविवार को पटना साहिब में 'युवा अधिकार संवाद' कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने युवाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया और सत्ता पक्ष पर तीखा हमला किया।
कन्हैया कुमार ने कहा कि देश के युवाओं को सुनियोजित तरीके से हाशिये पर धकेला गया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने युवाओं को रोजगार, शिक्षा, और अवसरों के नाम पर केवल झूठे वादे किए हैं। आज का युवा बेरोजगारी और निराशा का सामना कर रहा है।
कन्हैया ने कहा कि रोजगार का अधिकार कुछ लोगों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि गरीब किसानों, मजदूरों और आम लोगों के बच्चों को भी नौकरी मिलनी चाहिए। हमारे नौजवान यहां जन्म लेते हैं, पढ़ाई करते हैं, लेकिन रोजगार के लिए उन्हें अपने घर और जमीन छोड़कर दिल्ली, पंजाब और गुजरात जाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार सवाल उठाती रहेगी और इसका प्रभाव निश्चित रूप से होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में 20 साल से यह सरकार है, लेकिन बिहार की स्थिति में क्या परिवर्तन आया, यह समझना आवश्यक है।
कन्हैया ने सरकार पर पलायन को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो सरकार लोगों को पलायन करवा रही है, हम उस सरकार का भी 'पलायन' कर देंगे। अगर बिहार में सब कुछ ठीक है तो पलायन क्यों हो रहा है? घर छोड़ना किसी को अच्छा नहीं लगता।
कन्हैया ने युवाओं से अपील की कि बिहार को बदलने के लिए उन्हें आगे आना होगा, तभी बिहार में परिवर्तन दिखेगा।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता शशांक शेखर ने कहा कि कांग्रेस युवाओं को आगे लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कन्हैया कुमार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने लगातार युवाओं के मुद्दों पर अपनी बात रखी है।
इस अवसर पर पटना साहिब के ब्लॉक अध्यक्ष अभय जायसवाल और शमीम अख्तर भी उपस्थित रहे।