क्या कपिल देव ने तेलंगाना सीएम से खेल के प्रति राज्य सरकार के दृष्टिकोण की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- कपिल देव और रेवंत रेड्डी की मुलाकात महत्वपूर्ण थी।
- तेलंगाना में यंग इंडिया स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की योजना है।
- राज्य सरकार खेल बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए प्रयासरत है।
- कपिल देव ने खेल इकोसिस्टम में बदलाव लाने की इच्छा व्यक्त की।
- मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालयों के अनुभव साझा किए।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट के पूर्व महान खिलाड़ी एवं 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से भेंट की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने राज्य सरकार के खेल के प्रति दृष्टिकोण की प्रशंसा की।
कपिल देव और सीएम रेवंत रेड्डी की यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर हुई। यहां कपिल देव ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में खेलों के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
इस मुलाकात में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कपिल देव को तेलंगाना में यंग इंडिया स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की योजनाओं के बारे में बताया। इसके साथ ही, उन्होंने राज्य में खेल बुनियादी ढांचे और प्रतिभा विकास को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की रूपरेखा साझा की।
कपिल देव इस दृष्टिकोण से प्रभावित होकर तेलंगाना सरकार के साथ मिलकर खेल इकोसिस्टम में बदलाव लाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री को यंग इंडिया स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को सफल बनाने और खेल प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए व्यापक पहलों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया और अन्य देशों में खेल विश्वविद्यालयों और संस्थानों की अपनी हालिया यात्राओं के अनुभव साझा किए। इस बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष सचिव अजीत रेड्डी और केंद्रीय योजनाओं के समन्वय सचिव डॉ. गौरव उप्पल भी उपस्थित थे।
सीएम रेड्डी ने कपिल देव के साथ मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा की। इस पोस्ट में लिखा, "भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और 1983 विश्व कप के कप्तान कपिल देव से मुलाकात करके बहुत खुशी हुई। हमने हैदराबाद में स्थापित होने वाली 'यंग इंडिया स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी' के बारे में चर्चा की। वह न केवल यूनिवर्सिटी की स्थापना के हमारे मिशन का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक थे, बल्कि शिक्षा के सभी स्तरों पर खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए भी तैयार थे। मैंने उन्हें आमंत्रित किया और उन्होंने विनम्रता से हमारी खेल पहल का हिस्सा बनने के लिए इसे स्वीकार कर लिया।"