क्या कर्नाटक के हुलिमावु में हुए अपहरण और हत्या मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी हुई?

सारांश
Key Takeaways
- हुलिमावु में 13 वर्षीय बच्चे का अपहरण और हत्या।
- गिरफ्तारी के दौरान दो आरोपी घायल हुए।
- पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की।
- बच्चों की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सामने आया।
- पुलिस की तत्परता की सराहना।
बेंगलुरु, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हुलिमावु में एक 13 वर्षीय स्कूली बच्चे का अपहरण और हत्या की घटना में पुलिस ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। गुरुवार रात को एक एनकाउंटर के दौरान दो आरोपियों (गुरुमूर्ति और गोपिकृष्ण उर्फ गोपाल) को गिरफ्तार किया गया।
इन दोनों को बन्नेरघट्टा पुलिस सीमा के कग्गलीपुरा रोड के निकट पकड़ा गया। इस दौरान, जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो उन पर हमला करने का प्रयास किया गया, जिसके चलते उन्हें गोली लगी। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस के अनुसार, गुरुमूर्ति पीड़ित के घर में स्पेयर ड्राइवर के रूप में कार्यरत था और उसका साथी गोपीकृष्ण था। इन दोनों ने मिलकर 13 साल के निश्चय का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी।
निश्चय क्राइस्ट स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र था और वह व्यास बैंक कॉलोनी, अरकेरे में रहता था। उसका आधा जल चुका शव गुरुवार शाम को बन्नेरघट्टा-गोट्टीगेरे रोड के पास पथरीली जमीन पर मिला।
पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी कग्गलीपुरा रोड के पास छिपे हुए हैं। इसी आधार पर, हुलिमावु पुलिस स्टेशन की एक टीम ने रात करीब 1 बजे ऑपरेशन शुरू किया।
जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने चाकू
गुरुमूर्ति के दोनों पैरों में गोली लगी, जबकि गोपीकृष्ण के दाहिने पैर में गोली लगी। दोनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस के अनुसार, गुरुमूर्ति ने बुधवार शाम को निश्चय का अपहरण किया, जब वह ट्यूशन से घर लौट रहा था। बच्चे के गायब होने के बाद, उसके पिता अच्युता जे.सी. ने रात 10:30 बजे हुलिमावु पुलिस स्टेशन में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में बच्चे की साइकिल शांतिनिकेतन लेआउट में छोड़ दी गई थी।