क्या भाजपा कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है?

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क्या भाजपा कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है?

सारांश

कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद पार्टी के अंदर नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठी है। रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर सरकार के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान चलाने का आरोप लगाया है। क्या कांग्रेस में इस संकट को संभालने का साहस है? जानें इस जटिल राजनीतिक स्थिति के बारे में।

Key Takeaways

  • कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठी है।
  • भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान का आरोप लगाया है।
  • रणदीप सुरजेवाला का सोशल मीडिया पर बयान महत्वपूर्ण है।
  • कांग्रेस के अंदर गुटबाजी और नेतृत्व परिवर्तन की मांग बढ़ रही है।
  • सिद्धारमैया का नेतृत्व में बदलाव को अनावश्यक बताया गया है।

बेंगलुरु, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद अब पार्टी के एक धड़े ने डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। कर्नाटक कांग्रेस में उत्पन्न इस विवाद ने दिल्ली स्थित आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, पार्टी का नेतृत्व सभी स्थिति को सामान्य बताता है।

इस बीच, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के साथ हुई चर्चा में यह सहमति बनी कि कर्नाटक भाजपा, जो कि निर्णायक रूप से पराजित और गुटबाजी से जूझ रही है, जानबूझकर कर्नाटक और उसकी कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रही है।

इसका उद्देश्य हैं उन उपलब्धियों और कांग्रेस सरकार की पांच गारंटियों को कमजोर करना, जो समावेशी विकास और वितरणात्मक न्याय का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि कुछ कांग्रेस नेताओं और विधायकों के अनावश्यक बयानों ने भी अटकलों को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने उन्हें नेतृत्व के मुद्दे पर कोई सार्वजनिक बयान देने से रोकने की सख्त चेतावनी दी है। पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों की राय को ध्यान में रखते हुए नेतृत्व ने आवश्यक कदम उठाए हैं।

कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं। अब प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग के चलते कांग्रेस के अंदर की लड़ाई और तीव्र हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, विधायक और मंत्री दिल्ली पहुंचे हैं ताकि वे पहले से वहां मौजूद विधायकों के समूह में शामिल हो सकें, जो कि डिप्टी सीएम और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग कर रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शुक्रवार को एक इवेंट में शामिल होने के लिए बेंगलुरु पहुंचे। माना जा रहा है कि वे इस संकट से निपटने के लिए बेंगलुरु में ही रुकेंगे। इस बीच, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने आज के सभी प्रोग्राम को कैंसिल कर दिया है, यह बताते हुए कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कहना है कि नेतृत्व में बदलाव पर चर्चा करना अनावश्यक है; वह एक मीटिंग कर रहे हैं।

Point of View

NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा का क्या आरोप है?
भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक सुनियोजित अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य कांग्रेस की उपलब्धियों को कमजोर करना है।
डीके शिवकुमार की मुख्यमंत्री बनने की मांग के पीछे क्या कारण हैं?
कांग्रेस के एक धड़े ने सिद्धारमैया के नेतृत्व में बदलाव की मांग की है, जिससे पार्टी में अंदरूनी संघर्ष बढ़ गया है।
रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा है?
सुरजेवाला ने भाजपा पर कर्नाटक और उसकी कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने का आरोप लगाया है।
क्या कांग्रेस के भीतर मतभेद बढ़ रहे हैं?
हां, कांग्रेस के भीतर नेतृत्व परिवर्तन को लेकर मतभेद बढ़ रहे हैं, जिससे पार्टी की एकता को खतरा हो सकता है।
सिद्धारमैया का नेतृत्व में बदलाव पर क्या प्रतिक्रिया है?
सिद्धारमैया ने नेतृत्व में बदलाव पर चर्चा को अनावश्यक बताया है और मीटिंग की तैयारी कर रहे हैं।
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