क्या कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र की गिरफ्तारी का सट्टेबाजी से है संबंध?

सारांश
Key Takeaways
- केसी वीरेंद्र की गिरफ्तारी अवैध सट्टेबाजी के मामलों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- ईडी ने 31 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जिसमें कई कैसीनो शामिल हैं।
- गिरफ्तारी के दौरान जब्त की गई सामग्री से इस नेटवर्क के जटिलता का पता चलता है।
बेंगलुरु, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र को शनिवार को गंगटोक में गिरफ्तार किया है।
ईडी के अनुसार, बेंगलुरु जोनल कार्यालय ने 22 और 23 अगस्त को चित्रदुर्ग जिले के विधायक केसी वीरेंद्र और उनके सहयोगियों के खिलाफ अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी के मामले में देशभर में 31 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। यह छापेमारी गंगटोक, चित्रदुर्ग, बेंगलुरु, हुबली, जोधपुर, मुंबई और गोवा के विभिन्न कैसीनो में की गई।
जांच में यह सामने आया कि केसी वीरेंद्र अपने सहयोगियों के साथ गंगटोक में एक लैंड कैसीनो लीज पर लेने के लिए व्यापारिक दौरे पर गए थे। तलाशी के दौरान जब्त सामग्री से नकदी और अन्य फंड्स की जटिल लेयरिंग का संकेत मिला है।
अपराध की आय की पहचान के लिए उन्हें गंगटोक से गिरफ्तार किया गया और न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इसके बाद, उन्हें बेंगलुरु की न्यायिक अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया।
ईडी के अनुसार, तलाशी के दौरान यह भी पता चला कि केसी वीरेंद्र कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइट्स का संचालन कर रहे थे। इसके अलावा, विधायक के भाई केसी थिप्पेस्वामी दुबई से तीन व्यावसायिक संस्थाओं का संचालन कर रहे हैं, जो उनके कॉल सेंटर सेवाओं और गेमिंग व्यवसाय से जुड़ी हैं।
तलाशी अभियान के दौरान लगभग 12 करोड़ रुपए नकद (जिसमें करीब 1 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा शामिल है), 6 करोड़ रुपए मूल्य की सोने की ज्वैलरी, 10 किलोग्राम चांदी के सामान और चार वाहनों को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत जब्त किया गया है।
इसके अलावा, 17 बैंक खातों और 2 बैंक लॉकरों को भी फ्रीज किया गया है। केसी वीरेंद्र के भाई केसी नागराज और उनके बेटे पृथ्वी एन राज के परिसर से कई संपत्ति संबंधी दस्तावेज़ और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है।
इस मामले की जांच अभी भी चल रही है।